दो दिन में इंडिगो की 62 उड़ानें रद, एयरलाइंस पर पायलट संकट, यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं
पायलटों के मुद्दे के कारण इंडिगो ने 30 उड़ानें रद कर दीं। इसमें से रद की गई ज्यादातर उड़ानें कोलकाता, हैदराबाद और चेन्नई से थीं।
मुंबई, प्रेट्र। सस्ती उड़ानों वाली इंडिगो एयरलाइंस पायलटों के संकट से जूझ रही है। पायलटों की कमी की वजह से इंडिगो की दो दिनों में 60 से ज्यादा उड़ानें रद हो गई हैं। सूत्रों का कहना है कि पायलटों के अभाव में सोमवार को 32 उड़ानें तो वहीं मंगलवार को 30 उड़ानें रद कर दी गईं। इनमें अधिकतर फ्लाइट कोलकाता, हैदराबाद और चेन्नई से रवाना होनी थीं। कोलकाता से आठ उड़ानें, हैदराबाद से पांच, बेंगलुरु से चार और चेन्नई से चार उड़ानें रद की गई हैं।
हालांकि पिछले शनिवार से इस एयरलाइंस के जारी संकट के बावजूद एयरलाइनों की नियामक संस्था नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने अभी तक किसी जांच का एलान नहीं किया है।
सूत्रों का यह भी आरोप है कि इंडिगो विमान यात्रियों को अंतिम क्षणों के किराए पर टिकट दे रहे हैं या फिर उन्हें वैकल्पिक उड़ानों के रूप में वन-स्टॉप कनेक्टिविटी वाली उड़ानें दे रहे हैं। इसमें हवाई सफर का समय कई घंटे बढ़ जाता है। इस संबंध में जब इंडिगो और नागरिक उड्डयन के महानिदेशक से सवाल पूछे गए लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला है।
रविवार को जारी एक बयान में एयरलाइंस ने उड़ानों में व्यवधान के लिए मौसम पर दोष मढ़ा था। साथ ही कहा था कि विमानों के चालक दल के सदस्यों की स्थिति को देखते हुए उड़ानों को पुनर्व्यवस्थित किया गया है। इसके कारण कई उड़ानें रद करनी पड़ीं।
बता दें कि जनवरी में इंडिगो एयरलाइन के अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के नतीजे आए थे। इंडिगो का मुनाफा 190.90 करोड़ रुपये रह गया है। यह 2017 की इसी तिमाही से 75 फीसद कम है। तब 762 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था।