1993 Mumbai serial blast: दोषी अब्दुल गनी की मौत, नागपुर के जीएमसी अस्पताल में था भर्ती
1993 Mumbai serial blast मुंबई में साल 1993 में हुए सीरियल ब्लास्ट के दोषी अब्दुल गनी तुर्क की नागपुर के जीएमसी अस्पताल में निधन हो गया है।
मुंबई, एएनआइ।1993 Mumbai serial blast, मुंबई में साल 1993 में हुए सीरियल ब्लास्ट के दोषी अब्दुल गनी तुर्क की गुरुवार को मौत हो गई। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार नागपुर के जीएमसीएच अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। वह पिछले कई दिन से बीमार चल रहा था। अब्दुल पिछले काफी समय से नागपुर सेंट्रल जेल में बंद था।
Maharashtra: 1993 Mumbai serial blast convict Abdul Gani Turk dies in GMC Hospital, Nagpur. He was lodged in Nagpur Central Jail.
— ANI (@ANI) April 25, 2019
जेल अधीक्षक रानी भोसले ने बताया कि तुर्क की पिछले कुछ समय से बीमार चल रहा था। उसे 22 अप्रैल को यहां गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच) ले जाया गया। बाद में उसे वापस लाया गया और जेल अस्पताल में ही उसका इलाज चल रहा था। उन्होंने कहा कि वह गुरुवार सुबह बेहोश हो गया, जिसके बाद उसे जीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने लगभग 12.45 बजे मृत घोषित कर दिया गया। तुर्क पिछले साल फालिज का शिकार हो गया था। उन्होंने कहा कि मृत्यु का कारण शव परीक्षण के बाद पता चलेगा।
बता दें कि तुर्क पर 12 मार्च 1993 के दिन हुए इस हमले में सेंचुरी बाजार में आरडीएक्स प्लांट करने का दोषी पाया गया था। इस हमले में 113 लोगों की मौत और 227 लोग घायल हुए थे। तुर्क इस मामले में दोषी पाए जाने वाला आठवें व्यक्ति था।
तुर्क को टाडा अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे उम्र कैद में तब्दील कर दिया था। इस ब्लास्ट ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। इस हमले के मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम, याकूब मेमन और उसके भाई टाइगर मेमन थे। इस हमले को अंजाम देने वाले लोगों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग देकर तैयार किया गया था। इस धमाके के मुख्य अभियुक्त दाऊद इब्राहिम और टाइगर मेमन अभी तक फरार हैं, जबकि याकूब मेमन को साल 2015 में फांसी दे दी गई थी।