पाक में बंद है 1965 की जंग का 'शहीद' लाल सिंह
15 अक्टूबर 1965 की जंग के बाद लापता हुए सैनिक लाल सिंह को भारत सरकार ने शहीद घोषिषत कर दिया था, लेकिन अब उनके जिंदा होने की खबर मिली है। पाक से 12 साल की जेल काट कर देश लौटे सतीश कुमार पुत्र दयाल चंद निवासी फिरोजपुर कैंट ने इसका खुलासा किया।
धर्मवीर सिंह मल्हार, तरनतारन। 15 अक्टूबर 1965 की जंग के बाद लापता हुए सैनिक लाल सिंह को भारत सरकार ने शहीद घोषिषत कर दिया था, लेकिन अब उनके जिंदा होने की खबर मिली है। पाक से 12 साल की जेल काट कर देश लौटे सतीश कुमार पुत्र दयाल चंद निवासी फिरोजपुर कैंट ने इसका खुलासा किया।
भिखीविंड में सरबजीत सिंह के घर उनकी बहन दलबीर कौर की मौजूदगी में सतीश ने बताया कि लाल सिंह शहीद नहीं हुए थे। खबर सुनकर जहां परिवार में खुशी का माहौल है, वहीं भारत सरकार के रवैये के प्रति खेद भी जताया गया।
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सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने कहा कि केंद्र सरकार को लाल सिंह और उनके जैसे अन्य भारतीय सपूतों को पाकिस्तान से रिहा कराने की पहल करनी चाहिए। सैनिक लाल सिंह के भांजे बलवीर सिंह और दलबीर कौर ने कहा कि सतीश कुमार निवासी फिरोजपुर व रलदू सिंह निवासी संगेड़ा जिला बरनाला ने जो खुलासा किया है, उसके मुताबिक लाल सिंह पाकिस्तान की किला अटैक फ्रंटीयर जेल में बंद है। (नईदुनिया)