राष्ट्रपति चुनाव में जातिगत राजनीति का सहारा लेना शर्मनाक है: मीरा कुमार
जबसे रामनाथ कोविंद जी और मैं दोनों राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बने तब ये चुनाव जातिगत आधारित हो गया
नई दिल्ली, एएनआई। विपक्ष ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को 7 जुलाई 2017 को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना साझा उम्मीेदवार बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में 17 दल उनके समर्थन में हैं।
शनिवार को मीरा कुमार ने एक प्रेस कांन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें 17 दलों ने सर्वसम्मति से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है। इन दलों की एक विचारधारा ही हमारी एकता है। उन्होंने कहा जबसे रामनाथ कोविंद जी और मैं राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बने तब ये चुनाव जाति आधारित हो गया, यह एक शर्मनाक बात है। इसके साथ ही विपक्ष ने एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के सामने महिला एवं दलित उम्मीदवार को खड़ा कर अपनी चुनौती पेश की है।
मीरा कुमार को देश की पहली महिला स्पीकर होने का गौरव हासिल है। वो दलित नेता एवं पूर्व उपप्रधानमंत्री जगजीवन राम की बेटी हैं। 15वीं लोकसभा में वह लोकसभा अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। मीरा कुमार देश की 8वीं, 11वीं, 12वीं, 14वीं और 15वीं लोकसभा में लोकसभा सदस्य भी रही हैं। मनमोहन सिंह की सरकार में मीरा कुमार 2004 से 2009 तक सामाजिक कानून एवं सशक्तीकरण मंत्रालय भी संभाल चुकी हैं।
वहीं राजग ने भारतीय जनता पार्टी के रामनाथ कोविंद को अपना राष्ट्रपति उम्मीदवार चुना है। इससे पहले कोविंद बिहार के राज्यपाल थे। वे दलित समुदाय से आते हैं। कोविंद उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले हैं और बीजेपी के कद्दावर नेताओं में गिने जाते रहे हैं।
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