अब तक 1,300 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 17 लाख प्रवासी पहुंचे घर, रोजाना 2 लाख पहुंच रहे घर
भारतीय रेलवे ने रविवार को कहा कि उसने एक मई से अब तक 1300 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर 17 लाख से ज्यादा प्रवासियों को घर पहुंचाया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय रेलवे ने रविवार को कहा कि उसने एक मई से अब तक 1,300 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर 17 लाख से ज्यादा प्रवासियों को घर पहुंचाया है। पिछले तीन दिनों में रोजाना दो लाख लोगों को गंतव्य तक ले जाया गया। आनेवाले दिनों में रोजाना तीन लाख लोगों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाया जाएगा।
यूपी ने सबसे ज्यादा 500 ट्रेनें चलाईं
उत्तर प्रदेश ने अब तक सबसे ज्यादा ट्रेनों के संचालन की स्वीकृति दी है। वहां से 500 ट्रेनों के संचालन का अनुमोदन प्राप्त हो चुका है। इसके बाद बिहार का नंबर आता है, जहां से 300 ट्रेनों के संचालन का अनुमोदन मिल चुका। इन ट्रेनों के संचालन को लेकर हालांकि राजनीति भी खूब हुई है। इस बीच केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि किराए भाड़े का 85 फीसद हिस्सा वह भरेगी, जबकि 15 फीसद राज्य सरकारों को देना होगा। रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ व झारखंड से और श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने के लिए जल्द से जल्द स्वीकृति देने की अपील की है।
ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने में सहयोग करें
सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से रविवार रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करते हुए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्य के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वे प्रवासी श्रमिकों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने में सहयोग करें।
वीडियो कांफ्रेंस में मौजूद रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि यदि राज्य शीघ्र मंजूरी प्रदान करते हैं तो और श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को शुरू किया जा सकता है। राज्य सरकारों ने प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के लिए डीएम और एसपी को जिम्मेदार बनाने का अनुरोध किया। क्वारंटाइन के लिए राज्यों में श्रमिकों को वहां चलने वालों को कैंपों में ले जाया जाएगा।