सेना को जल्द सौंपी जाएंगी 14 अपग्रेड सारंग तोपें, परीक्षण सफल, सैन्य प्रशासन की अनुमति का इंतजार
सेना अब अपग्रेड 155 एमएम की सारंग तोप से गोले बरसा सकेगी। 14 तोपों का परीक्षण भी करा लिया गया है। परीक्षण में ये तोपें सफल रही हैं।
जबलपुर, जेएनएन। देश की सीमा पर पहरा देते सैन्य जवान तनाव बढ़ने या घुसपैठ की कोशिश होते ही अपग्रेड 155 एमएम की 'सारंग तोप' से गोले बरसा सकेंगे। मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) व व्हीकल फैक्ट्री (वीएफजे) के कर्मचारी 130 एमएम की पुरानी 'सारंग तोप' को अपग्रेड कर 155 एमएम की बनाने में लगातार जुटे हैं। दोनों निर्माणियों ने 14 तोपों का लांग प्रूफ रेंज (एलपीआर) परीक्षण भी करा लिया है। परीक्षण में ये तोपें सफल रहीं। अब इन्हें जल्द सेना को सौंपा जाएगा।
14 अपग्रेड सारंग तोपें सौंपी जाएंगी
रक्षा मंत्रालय ने ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी) के माध्यम से जीसीएफ और वीएफजे को पुरानी सारंग तोप को उन्नत करने की जवाबदारी सौंपी है। करीब एक वर्ष से दोनों निर्माणियों में इन तोपों को अपग्रेड करने का काम चल रहा है। सफल परीक्षण के बाद अब सुरक्षा निर्माणियों में अपग्रेड सारंग तोप के अंतिम दस्तावेज तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है। उम्मीद है कि दोनों निर्माणियां इस माह के अंत तक 14 अपग्रेड सारंग तोपों की पहली खेप सैन्य प्रशासन को सौंप सकती हैं।
जीसीएफ ने 15 अपग्रेड की
जीसीएफ को अब तक 22 पुरानी सारंग तोपें दी गई। निर्माणी के कर्मचारियों ने इनमें से 15 तोपें खोलकर अपग्रेड की हैं। इनमें से 11 अपग्रेड तोपों को एलपीआर को फायरिंग टेस्ट के लिए भेजा गया जो कि सफल रहीं। वीएफजे को सात पुरानी सारंग तोपें मिली हैं। इनमें से पांच को अपग्रेड किया जा चुका है।
ऐसे किया अपग्रेड
दोनों निर्माणियों ने 130 एमएम की सारंग तोपों को खोलकर ऊपरी हिस्से में लगा बैरल हटा दिया। इसके विभिन्न हिस्सों की जांच करने के बाद 155 एमएम का बैरल लगाने का काम किया। बैरल बदलने से ही उसकी मारक क्षमता 27 से बढ़कर 38 किलोमीटर की हो गई।
फायरिंग टेस्ट में सफल
जीसीएफ जबलपुर के पीआरओ संजय श्रीवास्तव ने बताया कि निर्माणी में 130 एमएम सारंग तोप को अपग्रेड करने के साथ ही उनकी टेस्टिंग भी हो रही है। अब तक 11 अपग्रेड तोपें फायरिंग टेस्ट में सफल रहीं, जिन्हे जल्द ही सेना के सुपुर्द किया जाएगा। वहीं वीएफजे जबलपुर के पीआरओ अजय राय ने बताया कि वीएफजे में पांच सारंग तोपों को अपग्रेड किया गया, जिसमें से तीन फायरिंग टेस्ट में पास हो चुकीं हैं। इन तोपों को सेना के हवाले करने के लिए अंतिम दस्तावेज बनाए जा रहे हैं।