...जब 12 वर्षीय छात्रा के मजाक से सुरक्षा एजेंसियों के उड़े होश
महाराष्ट्र के उरण में पिछले दिनों एक 12 वर्षीय छात्रा के मजाक के कारण नेवी, कोस्ट गार्ड, एनएसजी और महाराष्ट्र एटीएस के तमाम अधिकारी परेशान हो गए।
नई दिल्ली। पिछले हफ्ते महाराष्ट्र के उरण में नेवी, कोस्ट गार्ड, एनएसजी और महाराष्ट्र एटीएस एकजुट हो काले कपड़ों वाले संदिग्धों की तलाश में जुटे थे लेकिन काफी मेहनत के बाद भी कुछ पता नहीं लग पाया क्योंकि जिस बच्ची ने यह बात बतायी थी वह ‘मनगढ़ंत’ थी।
उरण के स्थानीय स्कूल में पढ़ने वाली 12 साल की बच्ची ने ‘पठान सूट में 4-5 लोगों की अलग भाषा में बात करने और उनके साथ हथियार जैसी चीजों के देखे जाने’ की बात कही थी। जिसके बाद सुरक्षा के जवानों के होश उड़ गए क्योंकि मात्र चार दिन पहले ही उड़ी हमले में 18 सुरक्षा जवान शहीद हो गए थे।
उरण में संदिग्धों के लिए घर-घर जाकर तलाशी
उरण के इस वाकये से शहर में हाई अलर्ट हो गया और संदिग्धों की तलाश चप्पे-चप्पे में शुरू हो गयी। बाद में लड़की ने स्वीकार किया कि उसने पहले इस्लामिक स्टेट के आतंकियों की तस्वीरें देखी थीं और उरण में उसी तरह के लोगों को देख उसने डर के कारण यह बात फैलायी यानि यह उस बच्ची की कल्पना मात्र थी। हालांकि लड़की की इस स्वीकारोक्ति के बाद खुफिया विभाग हताश हो गयी। छात्रा को इस तरह के मजाक के परिणामों के बारे में समझाने के बाद चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
उरण में देखे गए संदिग्धों के मामले में तीन हिरासत में लिए गए
खुफिया सूत्रों के अनुसार, सबसे पहले 12 वर्षीय लड़की ने पहले संदिग्धों को देखे जाने की बात कही थी उसके बाद उसके स्कूल के अन्य छात्रों ने भी उसका समर्थन किया था जिसके कारण सुरक्षा विभाग सक्रिय हो गया था।
एक अधिकारी ने बताया,’हालांकि इस तरह के झूठी अफवाहें चिंता का विषय हैं, पर हम इसे इग्नोर नहीं कर सकते यदि सच साबित हो गया तो आतंकी हमलों को रोकने के लिए कीमती साबित होगा। लेकिन इस तरह की झूठी अफवाहों के कारण हमारे सुरक्षाबल प्रभावित होते हैं। नागरिकों को समझना चाहिए कि इसमें पैसे और रिसोर्स व्यर्थ जाते हैं।‘