स्वनिधि योजना के दूसरे चरण में 126 शहर और शामिल, 28 लाख स्ट्रीट वेंडर और परिवारों को मिलेगा लाभ
इस केंद्रीय योजना के तहत स्ट्रीट वेंडर को कम ब्याज और आसान किश्तों पर अपना कारोबार चलाने के लिए ऋण मुहैया कराया जाता है। इस योजना का लाभ फिलहाल 30 लाख स्ट्रीट वेंडरों को मिल चुका है ।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। शहरी क्षेत्रों में रेहड़ी पटरी लगाने वालों (स्ट्रीट वेंडर) के लिए शुरू की गई 'स्वनिधि योजना' का विस्तार करते हुए इसमें 126 और शहरों को शामिल कर लिया गया है। इस योजना के विस्तार के बाद 28 लाख स्ट्रीट वेंडर और परिवार इसमें शामिल कर लिए जाएंगे। योजना के पहले चरण में कुल 125 शहरों को रखा गया था। अब इन शहरों की संख्या बढ़कर 251 हो गई है। इस योजना में चरणबद्ध तरीके से देश के सभी शहरों को जोड़ा जाएगा।
श्रम योगी मानधन योजना के तहत 2.7 लाख लोगों को मिला पेंशन का लाभ
दूसरे चरण में 'स्वनिधि से समृद्धि' योजना में 14 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त 126 शहरों को लिया गया है। जनवरी 2021 को लांच पहले चरण में 125 शहरों में स्वनिधि योजना की शुरुआत की गई थी, जिसमें 35 लाख स्ट्रीट वेंटर और उनके परिवारों को शामिल किया गया था। इसके दायरे में आने वाले 16 लाख स्ट्रीट वेंडर को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना व प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के तहत बीमा का लाभ मिल चुका है। श्रम योगी मानधन योजना के तहत 2.7 लाख लोगों को पेंशन का लाभ मिला है।
फिलहाल 30 लाख स्ट्रीट वेंडरों को मिल चुका है इस योजना का लाभ
केंद्रीय योजना के तहत स्ट्रीट वेंडर को कम ब्याज और आसान किश्तों पर अपना कारोबार चलाने के लिए ऋण मुहैया कराया जाता है। इस योजना का लाभ फिलहाल 30 लाख स्ट्रीट वेंडरों को मिल चुका है। योजना के तहत नाई, मोची, पनवाड़ी, धोबी, फल और सब्जी बिक्रेता, रेडी टू ईट स्ट्रीट फूड की दुकान चलाने वाले और कारीगर बिना किसी गारंटी के ऋण प्राप्त कर सकते हैं। पहले चरण में 10 हजार और दूसरे चरण में 30 हजार और तीसरे चरण में साख अच्छी होने की दशा में 50 हजार रुपए तक के ऋण मंजूर किए जा सकते हैं। रेहड़ी पटरी वालों के समग्र विकास करना इस योजना का मूल उद्देश्य है।