Move to Jagran APP

Mukhtar Ansari Death: मुख्‍तार की मौत के बाद अखि‍लेश ने योगी सरकार पर साधा न‍िशाना, कह दी ये बड़ी बात

अखि‍लेश ने कहा ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जांच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह गैर-कानूनी हैं। जो हुकूमत जिंदगी की हिफाजत न कर पाए उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं। उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

By Vinay Saxena Edited By: Vinay Saxena Published: Fri, 29 Mar 2024 10:48 AM (IST)Updated: Fri, 29 Mar 2024 10:48 AM (IST)
Mukhtar Ansari Death: मुख्‍तार की मौत के बाद अखि‍लेश ने योगी सरकार पर साधा न‍िशाना, कह दी ये बड़ी बात
मुख्‍तार की मौत के बाद अखि‍लेश ने योगी सरकार पर साधा न‍िशाना।

ड‍िजि‍टल डेस्‍क, नई द‍िल्‍ली। Mukhtar Ansari Death News: बांदा जेल में बंद मुख्‍तार अंसारी की मौत के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पहली प्रत‍िक्र‍िया सामने आई है। अखि‍लेश ने कहा, उत्तर प्रदेश ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

loksabha election banner

सपा प्रमुख ने एक्‍स पर लिखा, "हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा:- 

- थाने में बंद रहने के दौरान

- जेल के अंदर आपसी झगड़े में

- ⁠जेल के अंदर बीमार होने पर

- न्यायालय ले जाते समय

- ⁠अस्पताल ले जाते समय

- ⁠अस्पताल में इलाज के दौरान

- ⁠झूठी मुठभेड़ दिखाकर

- ⁠झूठी आत्महत्या दिखाकर

- ⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर

'ये यूपी में ‘कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है'

अखि‍लेश ने आगे ल‍िखा, ''ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जांच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह गैर-कानूनी हैं। जो हुकूमत जिंदगी की हिफाजत न कर पाए उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं। उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।"


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.