Mukhtar Ansari: पेशी पर आया और मुस्कुरा कर कहा- बोलने पर पाबंदी है; अपने लेटर पैड पर डीएम को दिया था एप्लीकेशन, लेकिन…
Mukhtar Ansari jail history - 15 सितंबर 2022 मऊ में पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बांदा जेल से माफिया मुख्तार अंसारी की पेशी हुई थी। उसे गुपचुप तरीके से बांदा जेल से मऊ लाया गया था। एमपी-एमएलए गैंगस्टर कोर्ट ने मुख्तार अंसारी समेत सभी चार आरोपियों को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित होने के लिए कहा था।
जागरण संवाददाता, मऊ। डेढ़ साल पहले मुख्तार अंसारी मऊ न्यायालय में पेशी के लिए आया था। इस दौरान मुख्तार अंसारी ने पत्रकारों को बताया था कि ‘बोलने पर पाबंदी है’। वह मऊ कोर्ट में पेशी के बाद मुस्कुराते हुए पुलिस वैन में आया। इसके बाद पुलिस वैन में बैठ गया, फिर पुलिस की वैन भारी सुरक्षा के बीच बांदा जेल के लिए रवाना हो गई थी।
15 सितंबर 2022 मऊ में पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बांदा जेल से माफिया मुख्तार अंसारी की पेशी हुई थी। उसे गुपचुप तरीके से बांदा जेल से मऊ लाया गया था। एमपी-एमएलए गैंगस्टर कोर्ट ने मुख्तार अंसारी समेत सभी चार आरोपियों को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित होने के लिए कहा था।
फर्जी असलहा मामले में दर्ज मुकदमे को लेकर मुख्तार अंसारी सहित चार के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत जो मुकदमा दर्ज किया गया था, उसमें पुलिस के द्वारा चार्जशीट पेश किए जाने पर अदालत में आरोप तय किया गया था।
लेटर पैड पर लिखित पत्र दिया
विधायक रहने के दौरान मुख्तार अंसारी ने अपने लेटर पैड पर जिला अधिकारी को शस्त्र लाइसेंस स्वीकृत करने के लिए लिखित पत्र दिया था और बाद में पुलिस जांच में इन सभी शस्त्र लाइसेंस के नाम और पते पाए गए फर्जी पाए गए थे। इसी मामले में मऊ के दक्षिण टोला थाने में मुख्तार अंसारी सहित चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।