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Lok Sabha Election 2024 से जुड़ा मन है कोई सवाल? तो तुरंत इंस्‍टॉल करें ये ऐप, झटपट मिलेगा 'डिजिटल' समाधान

20 Digital Apps for Lok Sabha Election पूरे देश भर लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग का मंत्र स्‍वतंत्र निष्‍पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराना है। ऐसे में डिजिटलीकरण का सहारा लिया जा रहा है। चुनाव आयोग ने 20 ऐसे एप लॉन्‍च किए हैं जिनके जरिए चुनाव से जुड़े हर काम को सम्‍पन्‍न कराने की योजना तय है।

By Jagran News Edited By: Arijita Sen Published: Thu, 18 Apr 2024 11:12 AM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2024 11:12 AM (IST)
निर्वाचन आयोग में चुनाव से संबंधित 20 एप किए लॉन्‍च।

अरिजीता सेन, जागरण डिजिटल डेस्‍क। देश में लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। इसके लिए राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है। झारखंड में चार चरणों में मतदान होना है। 13 मई से वोटिंग शुरू होगी। इस दौरान चुनाव आयोग का एक ही मंत्र है स्‍वतंत्र, निष्‍पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराना।

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इस काम में तकनीक की भी मदद ली जा रही है। इस सिलसिले में कई मोबाइल एप के इस्‍तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके माध्‍यम से देश के हर कोने में मतदाताओं को चुनाव से संबंधित जानकारियां आसानी से पहुंचाई जा रही है। 

डिजिटलीकरण का पूर्ण विकसित इस बार के चुनाव में...

गौरतलब है कि भारत ने डिजिटलीकरण के क्षेत्र में साल 2015 में कदम रखा। इसी साल जुलाई में डिजिटल इंडिया मिशन (Digital India Mission) की शुरुआत हुई थी। इस दिशा में काम  साल 2014 में ही शुरू हो गया था,  जब पहली बार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्‍व में भाजपा की सरकार सत्ता में आई। 

डिजिटल इंडिया मिशन देश में हर क्षेत्र, हर तबके से जुड़े लोगों को डिजिटल कार्यप्रणाली से जोड़ा गया। फिर साल 2019 में हुए चुनाव में भारत निर्वाचन आयोग ने भी अपने आप को डिजिटल किया और अब जब निर्वाचन आयोग ने इस बार कुल 20 एप, पोर्टल और वेब के माध्यम से (EC Launches 20 Digital Apps) चुनाव सम्‍पन्‍न कराने की ठान ली है, तो समझा जा सकता है कि डिजिटलीकरण का एक पूर्ण विकसित रूप इस बार के चुनाव में देखने को मिलेगा। 

अब हर काम हो रहा डिजिटल

चुनाव आयोग इस बार के चुनाव (Lok Sabha Election 2024) कार्य में लगे अधिकारियों, कर्मचारियों, सुरक्षा बलों, प्रत्याशियों से लेकर आम नागरिकों तक को सुविधा पहुंचाने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म को विकसित किया है। फिलहाल इसी के माध्‍यम से लगभग सभी काम हो रहे हैं।

जैसे कि डाटा संग्रह से लेकर चुनावी कार्यों के संपादन या फिर वोटरों व नागरिकों को किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध करानी हो, सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्त, ईवीएम समेत किसी भी कोषांग की कार्यप्रणाली हो या फिर चुनाव कार्यों का प्रबंधन चुनाव आयोग पूरी तरह सूचना तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है।

एक नजर इन सुविधाओं पर

सी-विजिल एप : इस एप के माध्‍यम से आम नागरिक आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामलों की शिकायत कर सकते हैं। शिकायत मिलने के बाद उड़न दस्ता त्वरित कार्रवाई करेगा।

सुविधा पोर्टल : ये एप प्रत्याशियों के नामांकन व विभिन्न प्रकार की चुनावी अनुमतियों के लिए है।

बीएलओ एप : इसे पहले गरुड़ एप के नाम से जाना जाता था। अब यह एप बीएलओ को उनके कार्यों को डिजिटल रूप से निष्पादित करने में मदद करेगी।

मीडिया वाउचर ऑनलाइन : गो ग्रीन की परिकल्पना को साकार करने के लिए कुशल चुनाव प्रणाली प्रबंधन में डीजिटल वाउचर के उपयोग के लिए।

कैंडिडेट एफीडेफिट पोर्टल : ये प्रत्याशियों के शपथ पत्र के लिए है।

मतदाता सेवा पोर्टल : मतदाता से संबंधित पहचान पत्र, मतदाता कार्ड में सुधार के लिए ऑनलाइन आवेदन, मतदान केंद्र, विधानसभा व संसदीय निर्वाचन क्षेत्र और बूथ लेवल अधिकारी, निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी का संपर्क विवरण आदि के लिए।

वीएचए : मतदाता हेल्पलाइन मोबाइल एप मतदाताओं से संबंधित समस्याओं के निवारण के लिए। बूथ लेवल अधिकारी, निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी सहित अन्य के लिए।

एरोनेट : 14 भाषाओं व 11 स्क्रिप्ट में उपलब्ध है। यह निर्वाचन अधिकारियों के लिए एक वेब-आधारित प्रणाली है।

एनजीएसपी : राष्ट्रीय शिकायत सेवा पोर्टल के माध्यम से नागरिकों, मतदाताओं, राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों, मीडिया की शिकायतें और राष्ट्रीय, राज्य व जिला स्तर के लिए है।

केवाईसी : केवाईसी यानी जानिए अपने प्रत्याशी को। इसके माध्यम से प्रत्याशियों के अपराधिक इतिहास की जानकारी घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं।

ईटीपीबीएमएस : इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रेषित डाक मतपत्र प्रबंधन प्रणाली सर्विस वोटरों के लिए है।

वोटर टर्न आउट एप : इसके माध्यम से विधान सभावार मतदान विवरण को प्राप्त किया जा सकता है।

एनकोर पोर्टल : एनकोर पोर्टल एक एंड-टू-एंड एप्लिकेशन है। सभी चुनाव अधिकारी सीईओ, डीईओ, आरओ, एआरओ के लिए विभिन्न कार्यों को एकाधिक रूप से निष्पादित करने के लिए। चुनाव के दौरान विभिन्न कार्यों के लिए उम्मीदवारों की ओर से अनुमति प्राप्त करने के लिए। ईवीएम में डाले गए मतों को डिजिटाइज्ड करने के लिए।

रिजल्ट वेबसाइट और रिजल्ट ट्रेंड टीवी : चक्रवार मतगणना की स्थिति जानने के लिए।

ईएमएस 2.0 : ईवीएम प्रबंधन प्रणाली 2.0 ईवीएम इकाइयों की सूची का प्रबंधन करने के लिए डिजाइन किया गया है। इससे निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करना है। 

सक्षम एप : दिव्यांगजनों की मदद के लिए।

ईएसएमएस : चुनाव जब्ती प्रबंधन प्रणाली प्रलोभन मुक्त चुनाव की व्यवस्था के लिए है। खासकर खुफिया जानकारी साझा करने एवं जब्त की गई वस्तुओं के लिए यह प्रणाली है।

आइईएमएस : एकीकृत चुनाव व्यय निगरानी प्रणाली प्रत्याशी अथवा राजनीतिक दलों के खर्च पर नजर रखती है।

चुनाव प्लानिंग पोर्टल : चुनाव आयोग की ओर से चुनाव प्रबंधन के लिए डिजिटल सुविधा उपलब्ध कराता है। जैसे रिक्ति प्रबंधन, उप-चुनाव, चुनाव से संबंधित महत्वपूर्ण पहलू, अवकाश प्रबंधन, सुरक्षा प्रबंधन आदि।

ऑब्जर्वर पोर्टल : सामान्य पर्यवेक्षक, पुलिस पर्यवेक्षक का प्रबंधन और व्यय देखता है। पर्यवेक्षक की तैनाती अनुसूची, रिपोर्ट सबमिशन और कई अन्य गतिविधियां इसकी मदद से पूरी की जाती हैं।

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