Rishikesh News: तारणी नौका से दुनिया का चक्कर लगाने वाली वर्तिका जोशी का सेवानिवृत्ति पर ऋषिकेश में स्वागत
Rishikesh News तारणी नौका से दुनिया का चक्कर लगाने वाली वर्तिका जोशी का सेवानिवृत्ति पर आज ऋषिकेश में भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने वर्ष 2017 में भारतीय नौसेना के अभियान नाविका सागर परिक्रमा अभियान का नेतृत्व किया था।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: भारतीय नौसेना मेडल से सम्मानित लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी ( Vartika Joshi) का सेवानिवृत्त होने पर तीर्थनगरी ऋषिकेश में जोरदार स्वागत किया गया।
सागर परिक्रमा अभियान दल का किया नेतृत्व
वर्तिका ने 2017 में भारतीय नौसेना (Indian Navy) के महत्वपूर्ण नाविका सागर परिक्रमा अभियान दल का नेतृत्व कर छह सदस्यीय दल के साथ दुनिया का चक्कर लगाया था।
वर्ष 2010 में बनी थी नौसेना अधिकारी
अग्रसेन नगर निवासी वर्तिका जोशी वर्ष 2010 में नौसेना अधिकारी (Naval officer) बनी थी। वर्तिका ने अपने एक दशक से अधिक के कार्यकाल में बड़ी उपलब्धियां हासिल की।
पाल नौका से लगाया था दुनिया चक्कर
वर्ष 2017 में नौसेना (Indian Navy) की महिला अधिकारियों का छह सदस्यीय दल ने पाल नौका आइएनएसवी (इंडियन नेवल सेलिंग वेसल) तारणी से पूरी दुनिया का चक्कर लगाया था। दुनिया में अपनी तरह के इस पहले अभियान का सफल नेतृत्व वर्तिका जोशी ने ही किया था।
कई पुरस्कारों से किया जा चुका है सम्मानित
इसके लिए वर्तिका जोशी को नौसेना मेडल (Navy Medal), साहसिक खेल पुरुस्कार, नारी शक्ति पुरस्कार सहित कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
सेवानिवृत्त होने पर किया गया भव्य स्वागत
वर्तिका जोशी (Vartika Joshi) अब सेवानिवृत्त होकर घर वापस आई हैं। अग्रसेन नगर सोसायटी की ओर से उनका भव्य स्वागत किया गया। सोसायटी के अध्यक्ष पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक डा. एनपी महेश्वरी एवं समाजसेवी डा. राजे नेगी ने सेवानिवृत्त होकर लोटी वर्तिका को पुष्पगुच्छ, शाल ओढ़ाकर एवं भगवत गीता भेंटकर स्वागत किया।
इस मौके पर वर्तिका के पिता सेवानिवृत्त प्रोफेसर प्रदीप जोशी, माता प्रोफेसर अल्पना जोशी, दिलबर सिंह रावत, डा. गौरव भल्ला, वीपी सिंह, संदीप सक्सेना, एससी गुप्ता, नेहा भल्ला, एके सिंह, जेपी बहुखंडी, हरि प्रसाद काप्टियाल, बीआर गुलियानी, अंकुर टिबरवाल आादि मौजूद रहे।
254 दिन सागर में किया चुनौतियों का सफर
उत्तराखंड के पौड़ी जनपद निवासी वर्तिका जोशी के नेतृत्व में ही भारतीय नौ सेना की छह महिला अफसरों ने 254 दिनों में तीन महासागर, चार महाद्वीप और पांच देशों का सफर पूरा कर भारत का नाम विश्व में रोशन किया था। इस दल में वर्तिका जोशी के अलावा लेफ्टिनेंट पायल गुप्ता (देहरादून), ले. कमांडर प्रतिभा जामवाल (हिमाचल प्रदेश), ले. कमांडर पी स्वाति (आंध्र प्रदेश), ले. विजया देवी (मणिपुर) और ले. बी ऐश्वर्या (तेलंगाना) शामिल थीं।
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