Kanpur Big Accident: प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी हादसे का सच, कैसे तालाब में गिरा ट्रैक्टर और मची चीख पुकार
कानपुर के घाटमपुर में साढ़ मार्ग पर ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में पलटने के बाद आसपास के ग्रामीण बचाने के लिए पहुंच गए और पुलिस की मदद से दबे लोगों को बाहर निकाला। मौजूद ग्रामीणों ने हादसे की वजह को लेकर अपनी बात कही है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। फतेहपुर में देवी मंदिर से बच्चे का मुंडन संस्कार कराकर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से अबतक करीब 27 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे ज्यादा हैं और घायलों को एलएलआर अस्पताल भेजा गया है।
लोगों के मन में एक सवाल उठ रहा है कि आखिर इतना बड़ा हादसा कैसे हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने जो वजह बताई वो भी हैरान करने वाली है।
साढ़ थाना क्षेत्र के कोरथा गांव से एक परिवार, रिश्तेदार और गांव की महिलाओं के साथ फतेहपुर के चंडिका देवी मंदिर बच्चे का मुंडन संस्कार करने गए थे। मंदिर में दर्शन पूजन के बाद शनिवार देर रात सभी श्रद्धालु वापस गांव लौट रहे थे।
साढ़ घाटमपुर मार्ग पर रात करीब सवा आठ बजे अचानक ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर ट्रॉली समेत तालाब में पलट गया। इस हादसे के बाद आसपास लोगों में चीख पुकार मच गई और बचाव के लिए दौड़ पड़े।
सूचना के बाद पुलिस भी पहुंच गई ट्रॉली के नीचे दबे लोगों को बाहर निकलवा कर अस्पताल भिजवाया। इसमें अबतक 27 लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात के समय सामने से आई एक कार की हेड लाइट की रोशनी में ट्रैक्टर चालक की आंखे चौंधिया गईं। इसके बाद ट्रैक्टर का पहिया गड्ढे में गया और अनियंत्रित होकर तालाब में ट्रैक्टर ट्राली समेत पलट गया। ट्रॉली के नीचे सवार महिलाएं और बच्चे दब गए।
उन्होंने बताया कि डेढ़ साल पहले साड़ से घाटमपुर मार्ग निर्माण के दौरान खोदी गई थी। बारिश के बाद सड़क किनारे की मिट्टी कटान होने से 5 से 6 फीट गहरी खाई बन गई थी। बारिश के दौरान इस खाई में पानी भर गया, जिससे उसकी गहराई पता नहीं चलती है, इसी वजह से ये हादसा होने की आशंका है।