हिमाचल कांग्रेस : पार्टी में गुटबाजी रोकने के लिए हाईकमान सख्त, ये दिए निर्देश
Himachal Congress संगठन के अहम पदों पर बैठकर अलग-अलग राग अलाप गुटबाजी को हवा देने वाले नेताओं पर कांग्रेस हाईकमान सख्त हो गया है। पार्टी हाईकमान ने स्पष्ट किया है कि संगठन में किसी भी तरह की गुटबाजी सहन नहीं की जाएगी।
शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Congress, संगठन के अहम पदों पर बैठकर अलग-अलग राग अलाप गुटबाजी को हवा देने वाले नेताओं पर कांग्रेस हाईकमान सख्त हो गया है। पार्टी हाईकमान ने स्पष्ट किया है कि संगठन में किसी भी तरह की गुटबाजी सहन नहीं की जाएगी। प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला की ओर से इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी को पत्र जारी किया है। पत्र में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल के आदेश का हवाला दिया है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का हाल......बदहाल pic.twitter.com/FAyzOGHL3V
— BJP Himachal Pradesh (@BJP4Himachal) August 16, 2022
राजीव शुक्ला ने कहा कि हर पदाधिकारी जनता के बीच पैठ मजबूत करने, गुटबाजी से परहेज और संगठन को मजबूत बनाने का काम करे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, प्रचार समिति अध्यक्ष सहित पार्टी के अन्य नेताओं के कार्यक्रमों में हर पदाधिकारी की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। हाईकमान ने यह भी निर्देश दिया है कि कार्यक्रमों की सूचना जिला, ब्लाक कमेटी सहित स्थानीय पदाधिकारियों को पहले दें। इन कार्यक्रमों में गुटबाजी कतई नहीं दिखनी चाहिए। वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान अब अलर्ट मोड में है।
जुब्बल-कोटखाई के कार्यक्रम में विधायक को बुलाया ही नहीं था
जुलाई में जुब्बल-कोटखाई में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन समारोह में प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह पहुंची थीं। इस कार्यक्रम में जुब्बल कोटखाई ब्लाक से कोई पदाधिकारी नहीं पहुंचा। वहां के विधायक रोहित ठाकुर भी नहीं आए थे। उनका कहना था कि इसकी सूचना ही नहीं दी गई। इसी तरह कुमारसैन में एक कार्यक्रम में ठियोग से प्रत्याशी रहे दीपक राठौर को बुलाया ही नहीं गया था। पार्टी कार्यालय में आयोजित इंदु वर्मा के कार्यक्रम में ठियोग क्षेत्र के कई बड़े नेता नहीं पहुंचे थे।
प्रतिभा, सुक्खू सहित कई नेताओं के दौरों में दिख रही गुटबाजी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के दौरों में गुटबाजी देखने को मिल रही है। एक धड़े के नेता कार्यक्रम में पहुंचते हैं तो दूसरे धड़े के नदारद रहते हैं। पार्टी हाईकमान के पास इसकी शिकायत पहुंची है, जिसके बाद पत्र जारी हुआ है।