चंडीगढ़ के 5 फेमस टूरिस्ट प्लेस, इन जगहों पर घूमने का मौका न गवाएं, फ्री होगी एंट्री, कुछ जगह मामूली टिकट फीस
चंडीगढ़ में घूमने के लिए कई खूबसूरत जगहों के साथ शहर की वास्तुकला संरचना और डिजाइन हमेशा इसके पर्यटन का एक महत्वपूर्ण कारक रहा है। चंडीगढ़ में सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक रॉक गार्डन और संग्रहालय है जहां पर्यटकों की दिलचस्पी सबसे ज्यादा देखने को मिलती है।
आनलाइन डेस्क, चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ को सपनों का शहर भी कहा जाता है। चंडीगढ़ छोटा शहर होने के बावजूद अपनी पहचान देश ही नहीं विदेश तक बना चुका है। क्योंकि यह शहर प्लांड शहर है। यहां हर चीज व्यवस्थित है। सिटी ब्यूटीफुल के नाम से प्रसिद्ध चंडीगढ़ सचमुच में बहुत खूबसूरत है। चंडीगढ़ को सेक्टरों में बनाया गया है और खास बात यह है कि हर सेक्टर में पार्क हैं।
वहीं यहां पर्यटकों के लिए घूमने के लिए ऐसे कई टूरिस्ट स्पॉट हैं, जहां पहुंचने में दिल खुश हो जाता है। वैसे तो शहर में बहुत सारी जगह हैं जहां लोग परिवार और दोस्तों के साथ घूम सकते हैं, लेकिन हम आपको उन 5 फेमस टूरिस्ट स्पाट के बारे में बता रहे हैं, जहां आप घूमने के लिए कभी भी पहुंच सकते हैं।
राक गार्डन: 40 एकड़ में फैला, वाटरफॉल, पूल और घूमावदार रास्ते
अगर आप चंडीगढ़ में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो शहर का फेमस टूरिस्ट स्पाट रॉक गार्डन जरूर घूमें। चंडीगढ़ का रॉक गार्डन दुनिया के सबसे ज्यादा फेमस गार्डंस में शुमार है। देश के मशहूर रॉक आर्टिस्ट नेकचंद ने वेस्ट मैटीरियल से करीब 40 एकड़ में इस गार्डन को तैयार किया था। रॉक गार्डन में आने वाले पर्यटक यहां की मूर्तियों, मंदिरों, महलों आदि को देखकर अचरज में पड़ जाते हैं। रॉक गार्डन में वाटरफॉल, पूल और घूमावदार रास्ते सहित 14 लुभावने चैंबर हैं, जो नवीनता और कल्पनाशीलता को दर्शाते हैं। इस गार्डन में कई मूर्तियां हैं, जो घर के बेकार समानों जैसे टूटी हुई चूड़ी, चीनी मिट्टी के बर्तन, तार, ऑटो पार्ट्स और ट्यूब लाइट से बनी हैं। रॉक गार्डन हर दिन सुबह 9 बजे खुल जाता है। 40 रुपये एंट्री टिकट है। गार्डन में झरनों और जलकुंड के अलावा ओपन एयर थियेटर भी देखा जा सकता है। लोग यहां परिवार और दोस्तों के साथ घूमने आते हैं। दिनभर यहां पर्टयकों के आने का सिलसिला लगा रहता है।
सुखना लेक, 3 किमी में फैली झील, बोटिंग के साथ लें खाने का मजा
सुखना झील चंडीगढ़ के सबसे फेमस टूरिस्ट प्लेस में से एक है। लगभग 3 किमी में फैली इस झील से शिवालिक की पहाड़ियां नजर आती हैं। झील में बोटिंग के साथ शिकारे का मजा और खाने पीने के लिए चंडीगढ़ टूरिज्म का रेस्टोरेंट भी है। सुखना झील का पानी सूरज की किरणों की चमचमाता है। झील के साथ फॉरेस्ट एरिया लगता है जहां पर ट्रैकिंग के साथ साइकिलिंग भी की जा सकती है। वहीं झील के साथ साथ वॉकिंग के लिए ट्रैक बना हुआ है, जहां लोग सुबह और शाम की सैल के लिए पहुंचते हैं। वहीं दिनभर यहां टूरिस्ट का तांता लगा रहता है। यह टूरिस्ट स्पाट कपल्स व फैमिली के लिए शानदार जगह है।
बर्ड पार्क चंडीगढ़: 48 प्रजातियों के 800 से ज्यादा पक्षी
चंडीगढ़ बर्ड पार्क हॉट टूरिस्ट स्पॉट बन गया है। बीते साल नवंबर में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की पत्नी सविता कोविंद ने बर्ड पार्क का उद्घाटन किया था। इसके बाद से यह लोगों के लिए पसंदीदा जगह बन गई है। बर्ड पार्क बच्चों से लेकर बड़ों और बुजुर्गों के लिए भी खास पर्यटक स्थल है। क्योंकि यहां अफ्रीकन लव बर्ड्स, बडगेरिगर्स, व्हाइट स्वान, ब्लैक स्वान, वूड डक, गोल्डन, येलो पीजेंट, ग्रीन विंग मकाओ, सन कोनर्स, अफ्रीकन ग्रे पैरेट, फिंचिज और मैलानिस्टिक पीजेंट जैसे 48 प्रजातियों के 800 से अधिक पक्षी देखने को मिलेंगे। इन दिनों सुबह 10 से शाम छह बजे तक बर्ड पार्क में पर्यटकों की एंट्री होती है। पांच साल तक के बच्चों की एंट्री फ्री है। पांच से 12 साल तक 30 रुपये और इससे ऊपर के लोगों की 50 रुपये टिकट लगती है।
रोज गार्डन: 800 से ज्यादा फूलों की प्रजातियां
चंडीगढ़ के सेक्टर-16 में स्थित मशहूर रोज गार्डन में 825 तरह के फूल हैं। यह काफी लोकप्रिय आकर्षण है जहां लोग इन रंगीन फूलों की क्यारियों की सुंदरता देख सकते हैं। एक साथ इतने सारे फूल देखना एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला दृश्य है और चंडीगढ़ में घूमने की जगह में से एक है। यदि आप अपनी यात्रा को बेहतरीन बनाना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप इस खूबसूरत जगह की यात्रा करें। यहां किसी तरह की कोई एंट्री फीस नहीं है। लोग यहां हफ्ते में सातों दिन आकर रोज गार्डन में घूम सकते हैं।
आर्ट गैलरी:
एक आकर्षक इतिहास को समेटते हुए, 1947 में भारत के विभाजन के साथ-साथ सरकारी संग्रहालय और आर्ट गैलरी को अस्तित्व में लाया गया था। विभाजन से पहले, संग्रहालय के अंदर की संपत्तियों को केंद्रीय संग्रहालय में सजाया गया था। हालांकि, विभाजन के बाद, केंद्रीय संग्रहालय में सभी संपत्तियों का छह फीसद तक पाकिस्तान द्वारा अपनाया गया था, अन्य को चंडीगढ़ के सरकारी संग्रहालय और आर्ट गैलरी में स्थानांतरित कर दिया गया था। विभिन्न पहाड़ी और राजस्थानी चित्रों, गांधार की मूर्तियों, सजावटी कलाओं और बहुत कुछ की भव्य प्रदर्शनी के साथ, संग्रहालय निश्चित रूप से चंडीगढ़ के सबसे उत्तम पर्यटक आकर्षणों में से एक है।