भाजपा पर हमलावर हुए मांझी, कार्तिक सिंह मामले पर कहा, उस समय मुझे भी देना पड़ा था इस्तीफा
Bihar Politics पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भाजपा पर जोरदार हमला किया है। उन्होंने कहा है कि उनके मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे। विधि मंत्री कार्तिक सिंह मामले पर उन्होंने खुद से जुड़े प्रसंग की चर्चा की।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी (Ex CM Jitan Ram Manjhi) ने भाजपा के जंगलराज के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। पार्टी कार्यालय में आयोजित पर्वत पुरुष दशरथ मांझी की जयंती समारोह में पत्रकारों के सवाल पर मांझी ने कहा कि जब भाजपा के साथ सरकार चला रहे थे, तब बेरोजगारी का मुद्दा कहां था। महंगाई थी। मंत्रियों पर भ्रष्टाचार का ठप्पा लग रहा था। इसके कारण नीतीश कुमार को बहुत सारे ट्रांसफर-पोस्टिंग बंद करने पड़े थे। नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने अच्छाई के लिए और बदलाव लाने के लिए पाला बदला है, जिसका हम स्वागत करते हैं।
कार्तिकेय मास्टर के बारे में सीएम को नहीं होगी जानकारी
राजद कोटे से मंत्री बने कार्तिक मास्टर के दागी होने के सवाल पर मांझी ने कहा कि जिस समय शपथ लिया जा रहा था, उस समय सरकार को निश्चित रूप से इसकी जानकारी नहीं होगी। अब जब मामला संज्ञान में आया है, तो कानून अपना काम करेगा, चाहे कोई भी हो। नीतीश कुमार के बारे में सभी लोग जानते हैं कि वह न किसी फंसाते हैं और न किसी को बचाते हैं। एक बार हम को भी महज आठ घंटे में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था जबकि मेरे ऊपर वारंट भी नहीं था। सिर्फ मुकदमा हुआ था। कार्तिकेय मास्टर को इस्तीफा देने के सवाल पर मांझी ने कहा कि यह मुख्यमंत्री और मंत्री के अधिकार क्षेत्र में आता है, वह इसपर विचार करेंगे।
दशरथ मांझी को भारत रत्न देने की मांग
जीतन राम मांझी ने पर्वत पुरुष दशरथ मांझी को भारत रत्न देने की फिर से वकालत की। उन्होंने कहा कि दशरथ मांझी केंद्र और राज्य सरकार दोनों स्तर पर उपेक्षित रहे हैं। जितना मान-सम्मान मिलना चाहिए था, उस हिसाब से नहीं दिया गया। बिहार सरकार ने भारत रत्न देने की अनुशंसा भी केंद्र से की है, मगर केंद्र सरकार रुचि नहीं ले रही। इस पर विचार करने की जरूरत है।