Move to Jagran APP

Lok Sabha Elections: EVM की जगह बैलेट से चुनाव कराने के 'बघेल प्लान' पर भी EC की तैयारी, जरूरत पड़ी तो...

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के ईवीएम ( इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की खिलाफत के नए प्लान से भले ही चुनावी प्रक्रिया से जुड़े लोग विचलित है जिसमें खुद चुनाव आयोग भी शामिल है लेकिन ऐसा भी नहीं है कि आयोग इसे लेकर हाथ पर हाथ धरे बैठा है। आयोग ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए लंबे समय से काम भी कर रहा है।

By Jagran News Edited By: Sonu Gupta Published: Fri, 29 Mar 2024 06:00 AM (IST)Updated: Fri, 29 Mar 2024 06:00 AM (IST)
Lok Sabha Elections: EVM की जगह बैलेट से चुनाव कराने के 'बघेल प्लान' पर भी EC की तैयारी, जरूरत पड़ी तो...
EVM की जगह बैलेट से चुनाव कराने के 'बघेल प्लान' पर भी EC की तैयारी। फाइल फोटो।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के ईवीएम ( इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की खिलाफत के नए प्लान से भले ही चुनावी प्रक्रिया से जुड़े लोग विचलित है, जिसमें खुद चुनाव आयोग भी शामिल है, लेकिन ऐसा भी नहीं है, कि आयोग इसे लेकर हाथ पर हाथ धरे बैठा है।

loksabha election banner

दो ईवीएम यूनिटों का इस्तेमाल कर सकता है आयोग

आयोग ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए लंबे समय से काम भी कर रहा है। यह बात अलग है कि आयोग ने अभी इसे लेकर अपने पत्ते नहीं खोले है, लेकिन जानकारों की मानें तो ऐसी स्थिति में आयोग अधिकतम संख्या की दो ईवीएम यूनिटों का भी इस्तेमाल कर सकता है, जिसमें 24-24 बैलेट यूनिट के दो सेट लगेंगे। ऐसे में नोटा सहित 767 प्रत्याशियों के मैदान में उतरने पर भी ईवीएम के जरिए आसानी से चुनाव कराए जा सकते है।

भूपेश बघेल ने क्या दिया था सुझाव

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिक से अधिक संख्या में लोगों से नामांकन करने का सुझाव दिया था, ताकि आयोग के लिए परेशानी खड़ी हो जाए। अगर 384 से अधिक संख्या में उम्मीदवार हों तो एक 24 ईवीएम के एक यूनिट से मतदान करना संभव नहीं होगा, लेकिन ऐसा नहीं है कि आयोग के पास इसका तोड़ न हो। मौजूदा समय में एम-3 श्रेणी की ईवीएम का इस्तेमाल होगा, जिसमें एक बैलेट यूनिट में नोटा के साथ 16 प्रत्याशी शामिल हो सकते है।

इतने प्रत्याशी हो सकते हैं शामिल

वहीं, जैसे-जैसे प्रत्याशियों की संख्या बढ़ती जाएगी, वैसे-वैसे बैलेट यूनिट की संख्या भी बढ़ा दी जाती है। हालांकि, इसका भी एक मानक है, जिसमें एक कंट्रोल यूनिट (सीयू) के साथ ही मौजूदा समय में अधिकतम 24 बैलेट यूनिट ही जोड़ी जा सकती है, जिसमें नोटा सहित अधिकतम 384 प्रत्याशी शामिल हो सकते है। फिलहाल चुनाव में जब से ईवीएम का इस्तेमाल शुरू हुआ है, उसके बाद से अब तक कभी भी ऐसी नौबत नहीं आयी है।

इस सीट से मैदान में उतरे थे 185 प्रत्याशी

2019 के लोकसभा चुनाव में तेलंगाना की निजामाबाद सीट से सबसे अधिक 185 प्रत्याशी ही मैदान में थे। जो ईवीएम की अधिकतम एक यूनिट के तय मानक से काफी कम थी। ऐसे में आयोग को यहां चुनाव कराने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हुई।

यह भी पढ़ेंः Lok Sabha Elections 2024: हर चुनाव से पहले 6 अग्निपरीक्षा देती है EVM, 152 Election में कसौटी पर खरी उतरी

हास्यास्पद होगी स्थिति

आयोग से जुड़े सूत्रों की मानें तो यदि एक लोकसभा सीट से 384 से अधिक प्रत्याशी नामांकन करते है तो यह भी एक हास्यास्पद स्थिति होगी। इतना ही नहीं, एक सीट से एक साथ 370 से अधिक प्रत्याशी यदि खड़े किए जाएंगे, तो प्रत्येक नामांकन के लिए 25 हजार की जमानत राशि और दस प्रस्तावों की जरूरत होगी। यह राशि करीब एक करोड़ होगी। साथ करीब चार हजार प्रस्तावों की भी जरूरत होगी। जो किसी भी पार्टी के आसान नहीं होगा, क्योंकि सभी की जमानत जब्त होनी तय है।

भाजपा ने दर्ज कराई शिकायत

इस बीच भूपेश बघेल की ईवीएम को लेकर और प्रत्येक सीट से 385 से अधिक प्रत्याशियों के प्लान की खबर लगने के बाद आयोग ने पूरे मामले की जानकारी भी तलब की है। वहीं, भाजपा ने उनके इस प्लान को मुद्दा बनाते हुए आयोग से ईवीएम के दुष्प्रचार को लेकर शिकायत भी दर्ज कराई है।

यह भी पढ़ेंः 40वीं बार सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की EVM के खिलाफ याचिका, एक पर लगाया जुर्माना


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.