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देश-विदेश की खूबसूरत जगहों को देखने के साथ ऐसे बनाएं शानदार करियर

अगर आप भी घूमने के शौकीन हैं। देश-विदेश की खूबसूरत जगहों को देखना चाहते हैं, तो इस सेक्टर में घूमनेफिरने के साथ-साथ शानदार करियर बना सकते हैं..

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 12:17 PM (IST)Updated: Wed, 17 Oct 2018 12:21 PM (IST)
देश-विदेश की खूबसूरत जगहों को देखने के साथ ऐसे बनाएं शानदार करियर
देश-विदेश की खूबसूरत जगहों को देखने के साथ ऐसे बनाएं शानदार करियर

नई दिल्ली [जागरण फीचर]। ‘अतुल्य भारत’ अभियान के बाद से घरेलू पर्यटन इंडस्ट्री लगातार आगे बढ़ रही है। छुट्टियां बिताने के लिए लोग विदेश के अलावा देश के भीतर भी घूमने-फिरने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं। यही वजह है कि लगातार बढ़ते इस सेक्टर में नौकरी के अनेक मौके सामने आ रहे हैं। अगर आप भी घूमने के शौकीन हैं। देश-विदेश की खूबसूरत जगहों को देखना चाहते हैं, तो इस सेक्टर में घूमनेफिरने के साथ-साथ शानदार करियर बना सकते हैं...

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भारत में टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर लगातार आगे बढ़ रहा है। ‘अतुल्य भारत’अभियान के बाद घरेलू पर्यटन में पिछले दो सालों में 20 से 25 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। वर्ष 2018-19 में भी इसी तरह की वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। विदेश भ्रमण के अलावा इन दिनों बड़ी संख्या में लोग देश के भीतर भी छुट्टियां बिताना पसंद कर रहे हैं। रोजमर्रा की दिनचर्या से थोड़ा समय निकालकर उन जगहों पर कहीं वक्त बिताना, जो ज्यादातर कुदरती खूबसूरती के बीच होता है, आम बात हो गई है।

ऐसे में पर्यटकों की संख्या बढ़ने से इससे संबंधित क्षेत्रों के रोजगार में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। स्थानीय स्तर पर लोगों के लिए नए अवसर सृजित हो रहे हैं। भारतीय टूरिज्म इंडस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल भारत में करीब एक करोड़ विदेशी सैलानी आए, जिनमें से सबसे ज्यादा 15 प्रतिशत अमेरिका से, उसके बाद ब्रिटेन, बांग्लादेश, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, मलेशिया और कनाडा से थे। वर्ल्ड ट्रैवेल ऐंड टूरिज्म काउंसिल (डब्ल्यूटीटीसी) की सालाना इकोनॉमिक इंपैक्ट रिपोर्ट के अनुसार, पयर्टन ने साल 2017 में दुनिया भर में करीब 70 लाख नए रोजगारों का सृजन किया या यूं कहें कि हर पांच नए रोजगारों में से एक इसी क्षेत्र ने दिया। जाहिर है, इस सेक्टर में आगे भी स्किल्ड और नॉन-स्किल्ड मैनपावर की लगातार आवश्यकता होगी।

विकल्पों की भरमार

तेजी से बढ़ते सर्विस सेक्टर में टूरिज्म के साथ-साथ हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। विशेषकर टूरिज्म सेक्टर में जिस तरह के इनोवेटिव बदलाव आए हैं, उससे होटल एवं एयरलाइंस इंडस्ट्री को भी मजबूती मिली है। इससे हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री को करीब 10 से 15 फीसदी की दर से आगे बढ़ने का मौका मिला है। जाहिर है, इस क्षेत्र में टूरिज्म के साथ- साथ एविएशन, होटल, हॉस्पिटैलिटी जैसी किसी पसंदीदा इंडस्ट्री के साथ भी सफर शुरू किया जा सकता है। इसमें देश के अलावा विदेश में भी काम करने का सुनहरा मौका है।

जॉब्स के अवसर

केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में करीब 50 लाख से ज्यादा लोगों को सीधे तौर पर ट्रैवेल और टूरिज्म इंडस्ट्री में रोजगार मिला हुआ है। ट्रैवेल इंडस्ट्री में इन और आउटबाउंड मैनेजर, रिजर्वेशन एजेंट, टूर ऑपरेटर, टूर गाइड, ट्रांसपोर्ट अफसर, हॉलीडे कंसल्टेंट के रूप में काम कर सकते हैं।

आइए जानें जॉब्स के सबसे अधिक मौके कहां-कहां हैं:

पर्यटन विभाग: केंद्र सरकार के अलावा सभी राज्य सरकारों के अपने-अपने टूरिज्म बोर्ड, सरकार द्वारा संचालित होटल, गवर्नमेंट टूरिस्ट इंफॉर्मेशन ऑफिस हैं, जहां आपको कोर्स करने के बाद रिजर्वेशन ऐंड काउंटर स्टाफ, सेल्स ऐंड मार्केटिंग स्टाफ, टूर प्लानर, टूर गाइड जैसे पदों पर सरकारी नौकरी मिल सकती है। यूपीएससी या एसएससी परीक्षाओं को पास करके इन विभागों में अफसर ग्रेड की नौकरी भी पा सकते हैं।

एयरलाइन कंपनी: सभी विमानन कंपनियों में ग्राउंड स्टाफ, इन फ्लाइट एसोसिएट, ट्रैफिक असिस्टेंट, एयरलाइन टिकटिंग तथा क्लाइंट सर्विसिंग स्टाफ जैसे पदों की भर्ती में टूरिज्म तथा होटल मैनेजमेंट बैकग्राउंड के युवाओं को आजकल ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है।

ट्रैवेल एजेंसी

घूमने-फिरने का फैशन बढ़ने से छोटे-बड़े शहरों में सभी जगह आजकल ट्रैवेल एजेंसियों के दफ्तर तेजी से खुल रहे हैं, जो पर्यटकों के लिए टिकट बुक कराने से लेकर उनके ठहरने, खाने-पीने और घूमने तक के सारे बंदोबस्त करते हैं। अक्सर यह सारा काम ऑनलाइन ही हो जाता है। भागदौड़ से बचने के लिए इन एजेंसीज की सेवाएं ज्यादा सुविधाजनक लगने लगी हैं। इनमें कई तरह के प्रोफेशनल्स की जरूरत होती है। इस क्षेत्र में थॉमस कुक, कॉक्स ऐंड किंग, मेक माई ट्रिप जैसी बड़ी कंपनियों में भी अवसर होते हैं।

होटल/रिसॉर्ट

होटल भी टूरिज्म इंडस्ट्री का ही एक हिस्सा है। अगर लोग कहीं भी दूर घूमने के लिए जाते हैं, तो वहां ठहरने के लिए होटल/रिसॉर्ट/गेस्ट हाउस की सेवाएं लेते हैं। यहां पर आप फ्रंट ऑफिस सर्विस स्टाफ की नौकरी से लेकर गाइड और दुभाषिए के तौर पर नौकरी तलाश सकते हैं। बैंक: सभी बैंकों का अपना फॉरेन एक्सचेंज विभाग होता है, जहां विदेशी मुद्राओं को देसी मुद्रा के साथ एक्सचेंज किया जा सकता है। ऐसी जगहों पर नौकरी में टूरिज्म बैकग्राउंड के लोगों को ज्यादा प्राथमिकता मिलती है।

टूर ऑपरेटर

ऐसे प्रोफेशनल अपने ग्राहकों के लिए टूर प्लान तैयार करते हैं, फिर उसी के अनुसार लोगों को विभिन्न पर्यटन स्थलों की सैर कराई जाती है। टूर में ये प्रोफेशनल ही क्लाइंट की यात्रा से लेकर ठहरने तक का सारा प्रबंध करते हैं। कोर्स तथा योग्यताएं: देश के विभिन्न संस्थानों में इस समय ट्रैवेल ऐंड टूरिज्म से संबंधित सर्टिफिकेट से लेकर डिप्लोमा, बैचलर डिग्री और पीजी डिग्री तक के कोर्स संचालित हो रहे हैं। इनमें सर्टिफिकेट तथा बैचलर कोर्स के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं है, जबकि डिप्लोमा या पीजी कोर्स के लिए ग्रेजुएशन होना चाहिए। सबसे अच्छी बात यह है कि टूरिज्म के ये कोर्स किसी भी स्ट्रीम के स्टूडेंट कर सकते हैं।

प्रमुख संस्थान

  •  जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
  • https://www.jmi.ac.in/
  •  दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
  • http://www.du.ac.in/index.html
  •  इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, दिल्ली
  • http://www.ignou.ac.in/
  •  इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म ऐंड ट्रैवेल मैनेजमेंट, नई दिल्ली
  • http://www.iittm.ac.in/

पर्यटन पर है केंद्र और राज्य सरकारों का जोर

इस फील्ड में फ्यूचर बहुत अच्छा है। आज टूरिज्म एवं हॉस्पिटैलिटी में जितनी संभावनाएं हैं, उसकी कोई तुलना नहीं है। अभी थोडे़ दिन पहले सर्वे आया कि सारे सब्जेक्ट्स में से हॉस्पिटैलिटी में सबसे ज्यादा 77 प्रतिशत कैंपस प्लेसमेंट हुए। जाहिर है, इसकी डिमांड बढ़ रही है। दूसरी बात, जो छोटे लेवल की नौकरियां हैं, जिससे लोगों को सहूलियतें मिल रही हैं, वे इस सेक्टर में कहीं ज्यादा हैं। इसके लिए आपको महंगी डिग्री लेने की जरूरत नहीं है और न ही लंबे-लंबे कोर्स करने की जरूरत है। घरेलू टूरिज्म में तेजी आने से जितने अधिक टूरिस्ट ट्रैवेल करेंगे, उससे पैसा लोकल मार्केट में आएगा। इससे लोकल स्तर पर भी रोजगार सृजित होंगे। लोगों को नौकरियां मिलेंगी। गांवों में छोटे उद्यम बढ़ेंगे। इंडस्ट्री की इसी ताकत की वजह से आज केंद्र व राज्य सरकारें टूरिज्म को तवज्जो दे रही हैं। ऐसे में जो लोग बोलचाल में कुशल हैं, व्यावहारिक स्वभाव के हैं, उनके लिए यह बुहत अच्छा करियर फील्ड हो सकता है। सैलरी भी आजकल इस फील्ड के पेशेवरों को काफी अच्छी मिलने लगी है।

[प्रो. निमित चौधरी

विभागाध्यक्ष, पर्यटन विभाग, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली]  


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