मिलेगा सीए दिसंबर परीक्षाओं के लिए बिना RT-PCR ऑप्ट-आउट का विकल्प? सुप्रीम कोर्ट करेगा फैसला, याचिका दायर
अब दिसंबर 2021 सत्र की सीए फाउंडेशन इंटरमीडिएट और फाइनल कोर्सेस की परीक्षाओं से ‘ऑप्ट-आउट’ का विकल्प बिना RT-PCR रिपोर्ट के दिये जाने की मांग स्टूडेंट्स द्वारा की जा रही है। इसी के मद्देनजर उच्चतम न्यायालय एक याचिका दायर की गयी है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। सीए दिसंबर 2021 सेशन परीक्षाओं की तैयारी में जुटे स्टूडेंट्स के लिए महत्वपूर्ण अपडेट। ‘द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया’ (आईसीएआई) द्वारा चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल कोर्सेस की परीक्षाओं का आयोजन 5 दिसंबर 2021 से किया जाना है। भले ही देश भर में कोविड-19 महामारी से संक्रमण के मामलों में काफी कमी आ चुकी है, लेकिन कई स्ट्डेंट्स की मांग है कि दिसंबर 2021 सत्र के परीक्षाओं से ‘ऑप्ट-आउट’ का विकल्प मिले और अगले सेशन में परीक्षा देने की छूट आईसीएआई द्वारा दी जाए। संस्थान द्वारा ऐसा विकल्प पूर्व सत्रों की परीक्षाओं के दौरान दिया गया था। हालांकि, इसके लिए स्टूडेंट्स को RT-PCR रिपोर्ट सबमिट करनी थी।
अब दिसंबर 2021 सत्र की सीए फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल कोर्सेस की परीक्षाओं से ‘ऑप्ट-आउट’ का विकल्प बिना RT-PCR रिपोर्ट के दिये जाने की मांग स्टूडेंट्स द्वारा की जा रही है। इसी के मद्देनजर उच्चतम न्यायालय एक याचिका दायर की गयी है। एक सीए छात्र संजीव के. अरोरा द्वारा दायर इस याचिका में आईसीएआई को यह निर्देश देने की सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई गई है कि दिसंबर चार्टर्ड एकाउंटेंट परीक्षाओं में बिना RT-PCR रिपोर्ट के ‘ऑप्ट-आउट’ का विकल्प छात्रों को दे। साथ ही, इसके लिए मेडिकल सर्टिफिकेट सबमिट करने की ही अनिवार्यता होनी चाहिए।
याचिका के अनुसार, 05 दिसंबर से 19 दिसंबर 2021 तक आयोजित होने वाली सीए परीक्षाओं के लिए RTPCR रिपोर्ट (72 घंटे के भीतर) पर जोर देना, परीक्षा लिखने की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अव्यावहारिक और अक्षम्य है क्योंकि परीक्षा चक्र 15 दिनों तक चलता है और यह एक दिन में होने वाली परीक्षा नहीं है। ऐसे में हर दूसरी परीक्षा के बाद RT-PCR रिपोर्ट प्राप्त करना अव्यावहारिक है।
याचिका में यह भी कहा गया है कि आईसीएआई द्वारा प्रस्तुत परीक्षा के दिन दिशा-निर्देशों और नीतियों के अनुसार, निर्धारित सीमा से अधिक शरीर के तापमान का प्रदर्शन करने वाले किसी भी उम्मीदवार को परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से रोक दिया जाएगा। ऐसी स्थिति में, उम्मीदवारों के लिए 72 घंटे के भीतर सकारात्मक आरटी-पीसीआर रिपोर्ट प्रस्तुत करना बहुत मुश्किल होगा।