Move to Jagran APP

पंजाब में 21 जनवरी से खुलेंगे कॉलेज और यूनिवर्सिटी, सरकार ने लिया फैसला

पंजाब सरकार ने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को फिर से खोलने का फैसला कर लिया है। राज्य सरकार ने सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों सहित सभी सरकारी सहायता प्राप्त और गैर-अनुदानित कॉलेजों को 21 जनवरी से फिर से खोलने का फैसला किया है।

By Nandini DubeyEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 12:39 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 12:44 PM (IST)
पंजाब सरकार ने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को फिर से खोलने का फैसला कर लिया है।

पंजाब सरकार ने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को फिर से खोलने का फैसला कर लिया है। राज्य सरकार ने सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों सहित सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और गैर-अनुदानित कॉलेजों को 21 जनवरी से फिर से खोलने का फैसला किया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग, पंजाब ने सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को एक डिटेल्ड नोटिफिकेशन जारी किया है। इसके तहत राज्य सरकार ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में COVID के बारे में दिशा निर्देश जारी किए हैं।

loksabha election banner

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता की ओर से जारी आधिकारिक नोटिफिकेशन के हवाले से कहा गया है, छात्रों के हित में शैक्षणिक संस्थानों को ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों कक्षाओं का संचालन करना चाहिए। इसके अलावा केवल ऑफलाइन माध्यम से ही सेमेस्टर / वार्षिक परीक्षाएं आयोजित करनी चाहिए। वहीं नोटिफिकेशन में आगे लिखा गया है कि यह पूरी तरह से स्टूडेंट्स की पसंद होनी चाहिए, कि उन्हें कॉलेज में फिजिकली रूप से कक्षाएं अटेंड करनी है या फिर ऑनलाइन। किसी भी छात्र-छात्रा पर कॉलेज आने के लिए दबाव नहीं बनाना चाहिए।

सरकार ने सभी COVID19 निर्देशों के साथ विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सभी छात्रावासों को भी फिर से खोलने का फैसला किया है और कहा कि प्रत्येक छात्रावास में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाए और उसके अनुसार ही स्टूडेंट्स को केंद्र अलॉट किया जाए। वहीं फाइनल ईयर के छात्रों को आवंटन के समय प्राथमिकता मिलनी चाहिए। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों के अनुसार मेस / कैंटीन खोली जानी चाहिए। इसके अलावा राज्य में कक्षा 5 से 12 के लिए स्कूल 7 जनवरी 2021 से पहले ही खुल चुके हैं। राज्य सरकार द्वारा छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने स्पष्ट किया था कि छात्र-छात्राओं की उपस्थिति स्वैच्छिक है।इसके तहत स्टूडेंट्स की मर्जी है कि वह स्कूल आना चाहते हैं और उन्हें इसके लिए पैरेंट्स की अनुमति अनिवार्य होगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.