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प्राइमरी, सेकेंड्री और हायर क्लासेस सभी के लिए स्कूल खोले जाने चाहिए, NTAGI प्रमुख का सुझाव

समाचार एजेंसी एएनआई से एक इंटरव्यू के दौरान NTAGI के कार्यक्रम समूह के अध्यक्ष डॉ. एन. के. अरोड़ा ने बुधवार 25 अगस्त 2021 को कहा कि स्कूलों को सभी बच्चों के लिए अब खोला जाना चाहिए बशर्ते स्कूल में मौजूद हर व्यस्क स्टाफ का टीकाकरण हो चुका हो।

By Rishi SonwalEdited By: Published: Thu, 26 Aug 2021 11:10 AM (IST)Updated: Thu, 26 Aug 2021 04:38 PM (IST)
प्राइमरी, सेकेंड्री और हायर क्लासेस सभी के लिए स्कूल खोले जाने चाहिए, NTAGI प्रमुख का सुझाव
“स्कूलों को खोलने के लिए जरूरी है कि बच्चों के आस-पास का वातारण उनके लिए सुरक्षित बनाया जाए।”

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। एक तरफ जहां विभिन्न राज्यों में स्कूलों को विभिन्न कक्षाओं के लिए चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है और दिल्ली जैसे कुछ राज्यों में खोले जाने की सिफारिशों पर विमर्श हो रहा है, तो वहीं दूसरी ओर टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (National Technical Advisory Group on Immunisation, NTAGI) ने सभी स्कूलों को खोले जाने का सुझाव दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई से एक इंटरव्यू के दौरान NTAGI के कार्यक्रम समूह के अध्यक्ष डॉ. एन. के. अरोड़ा ने बुधवार, 25 अगस्त 2021 को कहा कि स्कूलों को सभी बच्चों के लिए अब खोला जाना चाहिए, बशर्ते स्कूल में मौजूद हर व्यस्क स्टाफ का टीकाकरण हो चुका हो।

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“चाहे प्राइमरी स्कूल हो या सेकेंड्री स्कूल या हायर स्कूल, ये सभी खोले जाने चाहिए। वास्तव में, प्राथमिक विद्यालयों में 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे होते हैं, और वे सबसे कम वायरस से संक्रमित होते हैं। हालांकि, बच्चों के आस-पास मौजूद सभी वयस्कों को टीका लगाकर उनके लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाया जाना चाहिए,” NTAGI प्रमुख ने कहा, “स्कूलों को खोलने के लिए जरूरी है कि बच्चों के आस-पास का वातारण उनके लिए सुरक्षित बनाया जाए।”

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NTAGI प्रमुख ने कहा कि स्कूलों में सभी शिक्षकों, स्टाफ, बस ड्राइवर या और जो भी बच्चों के सम्पर्क आता हो उसका टीकारण होना चाहिए ताकि बच्चों के चारों तरफ एक सुरक्षात्मक घेरा मौजूद रहे। NTAGI प्रमुख के अनुसार, गंभीर संक्रमण और मृत्यु की संभावना लगभग नगण्य है। उन्होंने कहा "बच्चे कभी-कभी वायरस को प्रसारित करने का वाहन बन जाते हैं। हालांकि, यदि हम एक सुरक्षित, वायरस मुक्त वातावरण बनाते हैं, तो संक्रमण के प्रसार को कम किया जा सकता है।"

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