समस्याएं लेकर डीयू नॉर्थ कैंपस पहुंचे एसओएल के सैंकड़ो छात्र, DU ने कहा जल्द दूर होगी परेशानी
कैंपस ऑफ ओपन लर्निंग के निदेशक प्रो बलराम पाणी ने कहा कि एसओएल प्रशासन की बिल्डिंग पर पहुंचे सभी छात्रों से उनकी समस्याओं को लेकर उनकी बात सुनी जा रही है।
नई दिल्ली [राहुल मानव]। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) के सैंकड़ो छात्र सोमवार को डीयू नॉर्थ कैंपस में मॉक टेस्ट के संबध में अपनी समस्याओं का समाधान लेने के लिए पहुंचे। इसमें कई छात्र ऐसे थे जिन्हें मॉक टेस्ट को लेकर अपना पंजीकरण कराने में दिक्कत आ रही थी। तो कुछ छात्र ऐसे थे जो अपने प्रथम वर्ष की परीक्षा किसी कारण से नहीं दे पाए थे।
डीयू प्रशासन के दिशा-निर्देशों के मद्देनजर इन सभी छात्रों को उनको दिए जाने वाले असाइनमेंट के आधार पर आगे प्रमोट किया जाना है। लेकिन कई छात्रों ने कहा है कि उन्हें एसओएल की तरफ से असाइनमेंट ही नहीं दिए गए हैं।
छात्राओं ने की शिकायत
नांगलोई के प्रेम नगर के पुरुषोत्तम कुमार पासवान एसओएल के बीकॉम प्रथम वर्ष के छात्र हैं। उन्होंने कहा कि मैं पिछले वर्ष कुछ विषय में फेल हो गया था। मुझे आगे प्रमोट होने के लिए असाइनमेंट एसओएल प्रशासन से चाहिए लेकिन वह मुझे नहीं मिला है। इसी दिक्कत को लेकर मैं एसओएल प्रशासन के समक्ष पहुंचा हूं। वहीं तीसरे वर्ष की एसओएल की बीकॉम प्रोग्राम की जहांगीरपूरी से आई छात्रा सुशीला ने कहा कि मैं मॉक टेस्त देना चाहती हूं लेकिन मुझे ओटीपी नहीं आया है। जिसे लेकर मैं परेशान हो गई हूं। मेरी मांग है कि जल्द ही इसका समाधान निकाला जाए जिससे मैं व्यवस्थित ढंग से 10 जुलाई को ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा को दे सकूं।
एसओएल प्रशासन का बयान
डीयू के कैंपस ऑफ ओपन लर्निंग के अधीन स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग आता है। कैंपस ऑफ ओपन लर्निंग के निदेशक प्रो बलराम पाणी ने कहा कि एसओएल प्रशासन की बिल्डिंग पर पहुंचे सभी छात्रों से उनकी समस्याओं को लेकर उनकी बात सुनी जा रही है। व्यवस्थित ढंग से बिल्डिंग के बाहर लाइन लगा कर उन्हें एक पर्ची में अपनी समस्याओं को लिखकर मंगा जा रहा है। सभी की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। वहीं हमनें डीयू कंप्यूटर सेंटर से माग की है बारकोडिंग के जरिये एसओएल के सभी छात्रों का पंजीकरण कराने का विकल्प दिया जाए।
बारकोडिंग वह प्रणाली है जिससे 16 अंकों का नंबर जो एसओएल के छात्रों के एडमिट कार्ड में मौजूद होता है उसे सीधे डीयू के परीक्षा पोर्टल पर डालकर एसओएल के छात्र मॉक टेस्ट के लिए पंजीकरण दे सकते हैं। उन्हें इससे अपनी ईमेल आइडी डालकर और मोबाइल नंबर डालकर ओटीपी पंजीकरण के लिए नहीं लेना पड़ेगा। वहीं हम छात्रों से बार-बार कह रहे हैं कि वह चिंता ना करें और अगर ईमेल आइडी और मोबाइल नंबर से ही पंजीकरण करने की व्यवस्था जारी रहती है तो छात्र सही ईमेल आइडी और मोबाइल नंबर से अपना पंजीकरण करें। साथ ही अगर किसी भी कारण से 10 जुलाई को एसओएल के अंतिम वर्ष के छात्र अपनी परीक्षा नहीं भी दे पाते हैं तो उनके लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की गाइडलाइंस के अनुसार सितंबर में अगर व्यवस्था कोविड-19 महामारी की ठीक होती तो उनकी सेमेस्टर परीक्षा क्लासरूम में जरूर आयोजित की जाएगी।