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Delhi Violence : हिंसा से आत्मविश्वास कम न होने दें: सिसोदिया

दंगा प्रभावित इलाकों में बुधवार को दिल्ली सरकार के स्कूलों में पैरेंट्स टीचर मीटिंग (पीटीएम) हुई। इसमें विद्यार्थियों के साथ ही अभिभावकों ने भी भाग लिया।

By Neel RajputEdited By: Published: Thu, 05 Mar 2020 12:12 PM (IST)Updated: Thu, 05 Mar 2020 12:12 PM (IST)
Delhi Violence : हिंसा से आत्मविश्वास कम न होने दें: सिसोदिया
Delhi Violence : हिंसा से आत्मविश्वास कम न होने दें: सिसोदिया

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दंगा प्रभावित इलाकों में बुधवार को दिल्ली सरकार के स्कूलों में पैरेंट्स टीचर मीटिंग (पीटीएम) हुई। इसमें विद्यार्थियों के साथ ही अभिभावकों ने भी भाग लिया। उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया खुद पीटीएम में मौजूद रहे और एक शिक्षक बनकर बच्चों व अभिभावकों के मन से दंगों का डर निकाला। साथ ही कोरोना वायरस को लेकर कहा कि इससे डरने की जरूरत नहीं है, जागरूकता जरूरी है। बोर्ड व वार्षिक स्कूल परीक्षा के भी नए शेड्यूल की जानकारी दी गई, जो कि ¨हसा के कारण उत्तर-पूर्वी जिले में फैली हिंसा के कारण स्थगित कर दी गई थी।

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शिक्षा मंत्री ने पहले सर्वोदय कन्या विद्यालय जाफराबाद, उसके बाद राजकीय बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय गोकुलपुर और आखिर में राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय यमुना विहार बी-2 की पीटीएम में भाग लिया। उनके साथ राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय यमुना विहार की प्रधानाचार्य कंचन जैन भी मौजूद रहीं। मंत्री ने पहले विद्यार्थियों व अभिभावकों के दुख दर्द को सुना और पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से स्पष्ट पूछा कि वह घरों से बाहर निकलकर परीक्षा केंद्र पर जाकर परीक्षा देने में डर रहे हैं क्या। बच्चों के दिलों से डर निकालने के लिए उन्होंने विद्यार्थियों के साथ हंसी मजाक भी किया और सेल्फी भी ली।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि अपने आत्मविश्वास को किसी भी तरह की हिंसा के कारण कमजोर न पड़ने दें, विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें। पीटीएम एक प्रयास है कि हमें अपने जीवन को फिर से रास्ते पर लाना होगा और जिसके लिए यह जरूरी है कि हम अपने मन के अंदर भरी नफरत को खत्म करें और एक बार फिर से प्रेम और सौहार्द का वातावरण शुरू करें। बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं और बच्चे अपने परीक्षा केंद्रों पर जाते हैं इसलिए सामान्य कक्षाएं नहीं लग पा रही है। इस वजह से बच्चे अपने शिक्षकों के संपर्क में नहीं है।

इन इलाकों में हिंसा हो जाने से बच्चों के मन में एक डर है, उस डर को उनके दिलों से हर हाल में निकालना होगा। उन्होंने कहा बच्चों में आत्मविश्वास वापस लाना होगा। 26 व 29 फरवरी की बोर्ड परीक्षाएं टाल दी गई थीं, किसी भी बच्चे का भविष्य हिंसा की वजह से खराब न हो उसके लिए दिल्ली सरकार सरकारी स्कूलों में विशेष पीटीएम कर रही है। जिससे सीबीएसई द्वारा निर्धारित की गई नई परीक्षा तिथियों के बारे में जानकारी दी जा सके। शिक्षा निदेशालय की सीबीएसई के साथ संवाद के आधार पर ऐसे बच्चों को फिर से परीक्षा का मौका देने की बात भी शिक्षा मंत्री ने कही जो 7 मार्च तक परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते।

उन्होंने कहा कि 26 फरवरी से 7 मार्च के बीच जिसने भी परीक्षा छोड़ दी है ऐसे विद्यार्थियों को अपने स्कूलों में पंजीकरण कराना होगा। साथ ही स्कूल के प्रधानाचार्यो को यह भी निर्देश दिए गए कि वे ऐसे बच्चों की सही से लिस्ट व रिकॉर्ड तैयार करें जिनकी परीक्षाएं छूटी हैं और इसे सीबीएसई के साथ साझा करें। 


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