CBSE Board Exam 2020: परीक्षा और परिणाम के लिए छात्रों को अभी और करना पड़ेगा इंतजार
CBSE Board Exam 2020 सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं को कराने और परिणामों को जारी करने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। CBSE Board Exam 2020: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने को लेकर देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने इस महामारी से निपटने के लिए तीन मई तक लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की जानकारी दी। इस अवधि का बढ़ने का सीधा-सीधा असर बोर्ड परीक्षाओं पर पड़ा हैं। परीक्षार्थियों में परीक्षा की तिथियों को लेकर असमंजस की स्थिति है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बोर्ड परीक्षाओं को कराने और परिणामों को जारी करने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। तीन मई तक स्थितियों के सुधरने का इंतजार किया जाएगा। अगर इसके बाद भी हालातों में कुछ सुधार नहीं होता तो बोर्ड तीन मई के बाद 12वीं की परीक्षाओं, मूल्यांकन और परिणामों को जारी करने को लेकर निर्णय लेगा।
कुछ परीक्षाएं अभी हैं शेष
उन्होंने बताया कि पूरे देश में पूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों की लंबित परीक्षाओं के अलावा देशभर में कक्षा 12वीं की बारह विषयों की परीक्षाएं भी बाकी हैं। उन बारह विषयों में से भी पांच मुख्य विषय ऐसे है जिनकी परीक्षाओं के लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा बहुत जरुरी है। उन्होंने बताया कि इन बचें हुए मुख्य विषयों की परीक्षा में बड़ी संख्या में बच्चें शामिल है। लेकिन बच्चें को परेशान होने की जरुरत नहीं है बोर्ड परीक्षा आयोजित कराने के दस दिन पहले सभी से परीक्षा को लेकर हर तरह की जानकारी साझा करेगा।
टल गई थी 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के चलते पूरे देश में 19 मार्च से 30 मार्च तक होने वाली 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं टाल दी गई थी। परीक्षाओं के टलने के साथ ही मूल्यांकन का कार्य भी रुक गया है। ऐसे में परिणामों को जारी करने में भी देरी हो सकती हैं। इन परीक्षाओं में इस साल बारह लाख से अधिक परीक्षार्थी पंजीकृत है। परीक्षाओं के टलने के बाद सभी लोग परीक्षा की तिथियों को लेकर लगातार कयास लगा रहें हैं।
अभिभावकों और बच्चों में असमंजस की स्थिति
अभिभावकों और बच्चों में असमंजस है कि कहीं पश्चिमी देशों की तरह सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित न कर दें। क्योंकि कई देशों में लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी गई है ऐसे में बोर्ड को परीक्षा कराने से लेकर जांच के लिए कॉपियां मंगानें में लंबा वक्त लगेगा। तब तक विभिन्न कॉलेजों के एडमिशन भी शुरु हो जाएंगे। इन सब को देखते हुए ही बोर्ड ने पश्चिमी देशों में परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया था।