10वीं में गणित का हौवा दूर करने के लिए CBSE का अहम कदम, आसान बनाया मैथ्स का पेपर
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की तरफ से कक्षा 10 के छात्रों को 2020 से गणित की परीक्षा के लिए दो पेपर का विकल्प दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की तरफ से कक्षा 10 के छात्रों को 2020 से गणित की परीक्षा के लिए दो पेपर का विकल्प दिया जाएगा। इसके तहत जो छात्र आसान पेपर हल करना चाहते हैं, उन्हें बेसिक स्तर का पेपर दिया जाएगा। वहीं, 11वीं एवं 12वीं में गणित की पढ़ाई करने वालों को स्टैंडर्ड स्तर का पेपर दिया जाएगा। हालांकि दोनों पेपर एक ही पाठ्यक्रम पर आधारित होंगे। सीबीएसई ने इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया है।
दो स्तर की परीक्षा का उल्लेख
सीबीएसई के निदेशक (अकादमिक) डॉ. जोसेफ एम्मनुएल ने बताया कि राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (एनसीएफ)-2005 में भी एक विषय के दो स्तर की परीक्षा का उल्लेख किया गया है, ताकि विद्यार्थियों को विकल्प मिल सके। इससे छात्रों में तनाव के स्तर को कम करने में मदद मिलेगी। इसी के मद्देनजर दसवीं में गणित के दो स्तर के प्रश्नपत्रों का निर्णय लिया गया है। वर्तमान पाठ्यक्रम के आधार पर स्टैंडर्ड और बेसिक स्तर के पेपर तैयार किए जाएंगे। इसमें हर बच्चे को एक पेपर का विकल्प चुनना होगा।
यह विकल्प भी मिलेगा
सीबीएसई के मुताबिक 10वीं के बच्चों को 11वीं में गणित विषय लेना है तो उन्हें गणित का स्टैंडर्ड पेपर देना होगा और इसमें पास होना अनिवार्य होगा। वहीं, अगर कोई छात्र 10वीं बोर्ड में बेसिक पेपर पास कर लेता है, तो उसके पास कंपार्टमेंट परीक्षा में स्टैंडर्ड स्तर के पेपर को पास करने का भी मौका होगा। वहीं, स्टैंडर्ड स्तर के पेपर में फेल होने वाले छात्र कंपार्टमेंट परीक्षा में बेसिक स्तर का पेपर भी दे सकेंगे।
एक ही कक्षा में होगी पढ़ाई
डॉ. जोसेफ ने बताया कि पेपर भले ही दो स्तर के होंगे, लेकिन इसके लिए पढ़ाई एक ही कक्षा में होगी। यानी स्टैंडर्ड और बेसिक स्तर का पेपर देने वाले सभी छात्र एक ही कक्षा में पढ़ाई करेंगे।
क्या होगा दोनों पेपर में अंतर
स्टैंडर्ड स्तर का पेपर वही रहेगा जो वर्तमान में आता है। इसमें उच्च गणितीय क्षमता जांचने के लिए सवाल पूछे जाएंगे। वहीं, बेसिक स्तर के पेपर में गणित की सामान्य जानकारी को जांचने के लिए सवाल आएंगे।
कक्षा नौ में नहीं लागू होगा प्रावधान
बोर्ड की ओर से स्पष्ट किया गया है कि इस तरह का कोई प्रावधान कक्षा नौ में लागू नहीं होगा। कक्षा नौ में गणित का एक ही पेपर आएगा। जैसा अभी आता है।
नवंबर 2019 में आवेदन करने का मिलेगा विकल्प
उम्मीद की जा रही है कि नवंबर 2019 तक छात्रों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी। उस समय गणित के बेसिक और स्टैंडर्ड स्तर के पेपर के लिए विकल्प चुनने के लिए आवेदन करना होगा।