Kendriya Vidyalaya Online Classes: केंद्रीय विद्यालय ने शुरू की ऑनलाइन क्लासेस, स्टूडेंट्स यहां जानें कब किस विषय की होगी क्लास
Kendriya Vidyalaya Online Classes केंद्रीय विद्यालय संगठन ने ऑनलाइन क्लासेस की शुरुआत कर दी हैं। ये क्लासेस टीवी पर लाइव प्रोग्राम के जरिए ली जाएंगी।
Kendriya Vidyalaya Online Classes: देश भर में कोरोना वायरस के संकट की वजह से हो रहे शैक्षणिक नुकसान से निपटने के लिए अलग-अलग स्तर पर प्रयास हो रहे हैं। आमतौर पर तमाम शैक्षणिक संस्थानों ने इसके लिए ऑनलाइन माध्यम का सहारा लिया है। इसी कड़ी में अब केंद्रीय विद्यालय का नाम भी जुड़ गया है। केंद्रीय विद्यालय संगठन ने सेंकेड्री और सीनियर सेकेंड्री स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन क्लासेज शुरू की हैं। ये क्लासेस टीवी पर लाइव प्रोग्राम के जरिए ली जाएंगी। इनका शेड्यूल भी तय कर दिया गया है। इसके मुताबिक कक्षाएं आज यानी कि 7 मई से शुरू होकर 17 मई तक चलेगी।
केवीएस ने इस संबंध में विषयवार डिटेल जारी की है। इस संबंध में केंद्रीय विद्यालय ने टि्वटर पर जानकारी दी है। ऐसे में इन क्लासेज में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स ट्वीटर पर जाकर पूरी डिटेल चेक कर सकते हैं। टि्वटर पर मौजूद जानकारी के अनुसार केंद्रीय विद्यालय 7 मई से 17 मई तक ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। ये कक्षाएं एनआईओएस द्वारा स्वयंप्रभा पोर्टल पर संचालित की जाएंगी। इस दौरान स्टूडेंट्स स्काइप और लाइव वेब-चैट के माध्यम से उनसे अपने सवाल भी पूछ सकते हैं।
Schedule for LIVE Programme: 7th May to 17th May 2020
Subject-wise/Topic-wise Schedule of Live interaction on SWAYAM Prabha Channels for Secondary and Sr. Secondary Classes by @niostwit. #KVS #DistanceLearning #IndiaFightsCorona #LearningAtHome pic.twitter.com/uXDGleDXyi
— Kendriya Vidyalaya Sangathan (@KVS_HQ) May 6, 2020
बता दें कि केंद्रीय विद्यालय संगठन के तमाम शिक्षक कोविड-19 वैश्विक महामारी में लॉकडाउन को देखते हुए स्वयं आगे आए हैं। उन्होंने अपने स्टूडेंट्स के साथ डिजिटल मंचों के माध्यम से संपर्क बनाया है, ताकि पढ़ाई का बहुमूल्य समय बचाया जा सके और इस समय का सही उपयोग किया जा सके। उन्हें पढ़ाया जा सके। केवीएस ने अप्रैल के पहले सप्ताह में ऑनलाइन कक्षाओं की शुरुआत कर दी गई थी।
केवीएस के अलावा हाल ही में दिल्ली सरकार ने तो दूरदर्शन और एआईआर यानी कि ऑल इंडिया रेडियो से 3 घंटे पढ़ाई के लिए मांगे थे, जिससे स्टूडेंट्स की पढ़ाई के नुकसान को रोका जा सके। वहीं देश के कई राज्यों में पहले ही रीजनल चैनल और यूट्यूब के माध्यम से स्टूडेंट्स को पढ़ाया जा रहा है। हालांकि इंटरनेट की कनेक्टविटी बेहतर नहीं होने की वजह से समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है।