निजी बैंकों में नौकरी के बेशुमार अवसर, PO और क्लर्क के अलावा ये भी हैं बेहतरीन मौके
बैंकिंग का दायरा बढ़ने से इस क्षेत्र में और अवसर सृजित होने की संभावना बढ़ गई है। इनमें हर सेक्टर के लिए अलग अलग कर्मचारियों की मांग है।
नई दिल्ली, जेएनएन। बेशक पीएसबी का मर्जर हो रहा है, लेकिन निजी क्षेत्र के बैंक लगातार अपना प्रसार कर रहे हैं। बढ़ते बैंकिंग लेनदेन को देखते हुए आगामी वर्षों में भारत में बैंकिंग, फाइनेंशियल सेक्टर और इंश्यारेंस सेक्टर के तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। इससे यह क्षेत्र करियर के लिहाज से एक सुरक्षित फील्ड बनकर उभरा है। केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद ‘जनधन योजना’ के माध्यम से एक बड़ी आबादी के पास अपने बैंक खाते हैं, हाथों में डेबिट-क्रेडिट कार्ड हैं।
स्पार्टफोन पर इंटरनेट की उपलब्धता होने के कारण ई-बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग जैसी सुविधाएं भी इस्तेमाल होने लगी हैं। इससे एक ओर बैंकों के बीच जहां प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, वहीं इन बैंकों को अपनी व्यवस्थाओं को और अधिक मजबूत बनाने के लिए और सुदूर क्षेत्रों में अपने ब्रांचेज खोलने के लिए प्रशिक्षित लोगों की आवश्यकता पड़ रही है।
बैंकिंग का दायरा बढ़ने से इस क्षेत्र में और अवसर सृजित होने की संभावना बढ़ गई है। इनमें हर सेक्टर के लिए अलग अलग कर्मचारियों की मांग है। यही वजह है कि इस क्षेत्र में कुशल प्रोफेशनल्स की मांग को देखते हुए आजकल बैंकिंग में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और पीजी डिप्लोमा जैसे कोर्स में युवाओं की दिलचस्पी बढ़ रही है।
इन क्षेत्रों में मौके
बैंकिंग सेक्टर में आज की तारीख में आप बैंक पीओ और क्लर्क के अलावा कई उभरते जॉब प्रोफाइल के तहत चमकदार करियर संवार सकते हैं-
कॉरपोरेट किंग अफसर
मल्टीनेशनल कंपनियों की जरूरतों को देखते हुए कॉरपोरेट बैंकिंग अफसर व्यापार और बड़ी कंपनियों के ग्राहकों के लिए नियमित रूप से बैंकिंग परिचालन में विशेष रूप से डिजाइन के उत्पाद उपलब्ध कराने का काम करते हैं।
क्रेडिट अफसर
क्रेडिट अफसर के रूप में ये प्रोफेशनल लोन से संबंधित कामकाज देखते हैं, जैसे- बैंक के कॉरपोरेट और एसएमई ग्राहकों की लोन की आवश्यकताओं का मूल्यांकन करना, बैलेंस शीट का मूल्यांकन करना, व्यापार का विश्लेषण करना और लोन की स्वीकृति से पहले कैंडिडेट का इंटरव्यू इत्यादि।
कैश मैनेजमेंट अफसर
ये अफसर बैंकों में आने वालें ग्राहकों और संभावित कॉरपोरेट ग्राहकों के लिए नकदी प्रबंधन सेवाएं प्रदान करने का काम करते हैं। ग्राहकों की जरूरतों का आकलन, उनकी लागत का लाभ और जोखिम विश्लेषण करने के अलावा प्रभावी रणनीति बनाने में भी अपना योगदान देते हैं।
योग्यता एवं पाठ्यक्रम
टीकेडब्ल्यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग ऐंड फाइनेंस के डायरेक्टर अमित गोयल बताते हैं कि बैंकिंग में करियर बनाने के लिए ग्लोबल पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग ऐंड फाइनेंस के रूप में एक वर्ष का कोर्स संचालित किया जा रहा है।
इसके तहत बैंकिंग ऑपरेशंस, धन प्रबंधन, ट्रेड फाइनेंस, फोरेक्स एवं फाइनेंस एसएमई जैसे विषय पढ़ाया व सिखाया जाता है। इस कोर्स में स्टूडेंट्स को कंप्यूटर की बेसिक जानकारी के साथ ही व्यापार और शेयर बाजार में किस तरह काम होता है, उसका भी प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि कोर्स करने के बाद प्रोफेशनल्स को बैंकिंग और ट्रेडिंग की समुचित जानकारी हो।