भारतीय वन सेवा परीक्षा के लिए 3 मार्च तक आवेदन, ऐसे करें परीक्षा की तैयारी
भारतीय वन सेवा के लिए आयोजित होने वाली प्रारंभिक परीक्षा में दो अनिवार्य प्रश्नपत्र होंगे। प्रथम प्रश्नपत्र की मेरिट के आधार पर प्रधान परीक्षा के लिए उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
नई दिल्ली [देवाशीष उपाध्याय]। संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आगामी सिविल सेवा परीक्षा के साथ ही भारतीय वन सेवा परीक्षा के लिए भी आवेदन आमंत्रित किया गया है। भारतीय वन सेवा के दूसरे चरण में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों को सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा में सम्मिलित होना और अर्हक अंक प्राप्त करना अनिवार्य होता है। इस परीक्षा में साइंस स्ट्रीम में स्नातक डिग्री वाले ही आवेदन कर सकते हैं। आइए जानते हैं सही प्लानिंग के साथ प्रारंभिक परीक्षा की विधिवत तैयारी कैसे की जाए...
भारतीय वन सेवा के लिए आयोजित होने वाली प्रारंभिक परीक्षा में दो अनिवार्य प्रश्नपत्र होंगे। प्रथम प्रश्नपत्र की मेरिट के आधार पर प्रधान परीक्षा के लिए उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। द्वितीय प्रश्नपत्र क्वालिफाइंग प्रकृति का होगा, जिसमें न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। प्रत्येक प्रश्नपत्र दो सौ अंकों का होगा, जिनके लिए दो घंटे की समयावधि निर्धारित है। प्रश्नपत्र वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पीय) प्रकार का होगा। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी है यानी गलत उत्तर का विकल्प चयन करने पर एक तिहाई अंक काट लिए जाएंगे।
तैयारी की स्ट्रेटेजी
प्रथम प्रश्नपत्र में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय समसामयिक घटनाओं, भारतीय इतिहास एवं राष्ट्रीय आंदोलन, भारत एवं विश्व भूगोल, भारतीय राजव्यवस्था एवं शासन प्रणाली, आर्थिक एवं सामाजिक विकास, पर्यावरण पारिस्थितिकी एवं जैव विविधता और सामान्य विज्ञान पर आधारित कुल सौ प्रश्न पूछे जाएंगे, जबकि द्वितीय प्रश्नपत्र में बोधगम्यता, संचार कौशल, सामान्य मानसिक योग्यता, तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता, निर्णय व समस्या समाधान तथा हाईस्कूल स्तर के प्रारंभिक गणित से संबंधित कुल सौ प्रश्न पूछे जाएंगे।
उम्मीद है कि इस परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थी अब तक इसकी बेसिक तैयारी पूरी कर चुके होंगे। वैसे, प्रथम प्रश्नपत्र की बेसिक तैयारी का सबसे अच्छा तरीका यही है कि अभ्यर्थी को कक्षा छह से हाईस्कूल स्तर की एनसीईआरटी की पुस्तकों का गहन अध्ययन करना चाहिए। साथ ही, सामान्य भूगोल के लिए एनसीईआरटी के साथ-साथ भारत और विश्व के मानचित्र का अध्ययन और मानचित्र में प्रदर्शित प्रत्येक बिंदु को मन-मस्तिष्क में बैठाने की आवश्यकता है।
ऐतिहासिक तथ्यों को याद रखने के लिए कहानी के माध्यम से समझकर तथ्यों का स्मरण करें। अर्थव्यवस्था के लिए भारतीय एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था के उतार-चढ़ाव, जनांकिकीय, मुद्रा प्रणाली आदि पहलुओं का गहन अध्ययन करना चाहिए। राजव्यवस्था के अंतर्गत संविधान के भाग, अनुच्छेद, अनुसूची और संविधान संशोधनों का अध्ययन भी करना चाहिए। इसी तरह, सामान्य विज्ञान के लिए वैज्ञानिक अवधारणाओं संबंधी पहलुओं का अध्ययन करना चाहिए। साथ ही, देश-विदेश से संबंधित सामान्य ज्ञान, खेलकूद तथा समसामयिक घटनाओं पर पैनी नजर रखने की जरूरत है, ताकि इस प्रारंभिक परीक्षा को पास करके आप अगले चरण की मुख्य परीक्षा में एंट्री पा सकें। इस परीक्षा में अंतिम चयन मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के संयुक्त अंकों के आधार पर बने मेरिट द्वारा होता है।
महत्वपूर्ण जानकारियां
- रिक्तियों की संख्या: लगभग 90
- शैक्षिक योग्यता: पशु पालन तथा पशु चिकित्सा, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, भू-विज्ञान, गणित, भौतिकी, सांख्यिकी और प्राणी विज्ञान, कृषि विज्ञान, वानिकी या इंजीनियरिंग में स्नातक उपाधि होना अनिवार्य है।
- अवसरों की संख्या: छह बार।
- आयु सीमा: 21 से 32 वर्ष तक।
- ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि: 3 मार्च, 2020
- प्रारंभिक परीक्षा तिथि: 31 मई, 2020
- मुख्य परीक्षा तिथि: 22 नवंबर, 2020
(लेखक उत्तर प्रदेश में जिला खाद्य अधिकारी हैं।)