हिट बनना है तो, जीवन में अपनाएं शिष्टाचार का गुण
यह शिष्टाचार हर किसी के मन-मस्तिष्क पर अटल छाप छोड़ जाता है। हमें भी अपने जीवन में इस गुण को उतारना जरूरी है।
नई दिल्ली, [रेणु जैन]। अमिताभ बच्चन अपनी कई खूबियों के लिए मशहूर हैं। इनमें से ही एक है शिष्टाचार। उनका यह हुनर ‘कौन बनेगा करोड़पति’ कार्यक्रम में भी खुलकर देखने को मिलता है। वे प्रत्येक प्रतिभागी से इस कार्यक्रम में इतनी शिष्टता, सम्मान और अपनेपन से मिलते हैं कि वह प्रतिभागी आत्मविश्वास तथा प्रसन्नता से भर उठता है। अमिताभ इस कार्यक्रम में हॉट सीट पर बैठने वाले किसी भी व्यक्ति को यह कतई महसूस नहीं होने देते कि वे भारतीय सिनेमा जगत के महानायक के सामने बैठे हैं।
अमिताभ प्रत्येक प्रतिभागी के व्यक्तित्व के हिसाब से उसके साथ अपना व्यवहार तय करते हैं। ऐसे वक्त वे सहज और सरल हिंदी भाषा का भी विशेष ख्याल रखते हैं। दरअसल, अमिताभ बच्चन ‘कौन बनेगा करोड़पति’ यानी केबीसी कार्यक्रम में शिष्टाचार की प्रतिमूर्ति बनकर सामने आते रहे हैं। यह हर किसी के मन-मस्तिष्क पर अटल छाप छोड़ जाता है। हमें भी अपने जीवन में इस गुण को उतारना जरूरी है।
बढ़ता है महत्व
अमेरिकी शिक्षाविदों और मनोवैज्ञानिकों ने नेचर पर जो शोध किए हैं, वे बड़े चौंकाने वाले हैं। उनका मानना है कि शिष्ट व्यवहार वाले लोग अपनी पहचान जल्दी बना लेते हैं। उनकी दोस्ती का दायरा उन्हें हर क्षेत्र में सफल व सुखी बनाता है। इसलिए जब भी आप किसी से मिलें तो बड़ी आत्मीयता से मिलें।
मिलती है प्रसन्नता
स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय के डॉ. विलियम फ्रेंक के अनुसार शिष्ट व्यवहार वाले लोग प्राय: खुशमिजाज रहते हैं। यह खुशमिजाजी इन्हें हरदम उत्साह से भरपूर रखती है। लोगों को भी इनका साथ अच्छा लगता है।
बनी रहती है फिटनेस
आप अपने कार्यस्थल से लेकर परिवार तक शिष्टता का परिचय देते हैं तो आप शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। चिकित्सा विज्ञान भी अब इस तथ्य को प्रमाणित कर चुका है कि अच्छे विचारों का प्रभाव मन पर ही नहीं, तन पर भी पड़ता है। हमारे मस्तिष्क की कोशिकाएं भी मन में उठने वाले विचारों के अनुसार कार्य करती हैं। हमारी तरफ से यही कोशिश होनी चाहिए कि हम से कोई कदम ऐसा न उठे जो हमारी जटिलताओं में वृद्धि करे।