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इंश्योरेंस प्रोफेशनल्स की तेजी से बढ़ रही मांग, इस फील्ड में ऐसे बढाएं अपने कदम

अगले दो से तीन साल में यह सेक्टर 12 से 15 फीसदी की वार्षिक दर से बढ़ने वाला है। ऐसे में इंश्योरेंस प्रोफेशनल्स के लिए जॉब्स की संभावनाएं भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं।

By Neel RajputEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 12:31 PM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 12:31 PM (IST)
इंश्योरेंस प्रोफेशनल्स की तेजी से बढ़ रही मांग, इस फील्ड में ऐसे बढाएं अपने कदम
इंश्योरेंस प्रोफेशनल्स की तेजी से बढ़ रही मांग, इस फील्ड में ऐसे बढाएं अपने कदम

नई दिल्ली, जेएनएन। हाल के वर्षों में देश के ऑनलाइन इंश्योरेंस कारोबार में काफी तेजी आई है। लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता तथा वाहनों की बढ़ती मांग के कारण यह सेक्टर तेजी से ग्रो कर रहा है। एक अनुमान के अनुसार, अगले दो से तीन साल में यह सेक्टर 12 से 15 फीसदी की वार्षिक दर से बढ़ने वाला है। ऐसे में इंश्योरेंस प्रोफेशनल्स के लिए जॉब्स की संभावनाएं भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। आइए जानते हैं, इस बढ़ते सेक्टर में कैसे बढ़ाएं अपना कदम...

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प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन स्कीम, प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन, प्रधानमंत्री किसान मानधन स्कीम आदि नामों से एलान की गई बीमा योजनाओं की आजकल काफी चर्चा है।

लाइफ इंश्योरेंस हो या जनरल इंश्योरेंस दोनों का मार्केट हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ा है। अलग-अलग टर्म प्लान के साथ तमाम हेल्थकेयर बीमा योजनाएं मार्केट में उपलब्ध हैं, जो लोगों द्वारा खूब पसंद की जा रही हैं। दरअसल, बदलती जीवनशैली के बीच आप शादीशुदा हों, सिंगल हों, आपके बच्चे हों या फिर आप युवा या बुजुर्ग हों, आपके किसी बीमारी या दुर्घटना होने की स्थिति में इंश्योरेंस पॉलिसी बेहद उपयोगी साबित होती है। पहले की तुलना में दो पहिया और चार पहिया वाहनों की तादाद भी आज लाखों में हैं, जिसके लिए मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, थर्ड-पार्टी मोटर इंश्योरेंस अनिवार्य रूप से कराना होता है।

देखा जाए, तो आज लगभग हर परिस्थिति से निपटने के लिए बीमा कंपनियों के पास पॉलिसी हैं, जैसे कि जीवन बीमा, यात्रा बीमा, वाहन बीमा, स्वास्थ्य बीमा तथा गृह बीमा आदि। जाहिर है इंश्योरेंस पॉलिसी की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। कुछ वर्ष पहले तक जीवन बीमा क्षेत्र में एलआइसी जैसी सरकारी कंपनियों का ही एकाधिकार था, लेकिन निजी कंपनियों के आ जाने से इस क्षेत्र में संभावनाएं और तेजी से बढ़ी हैं, जहां आप भी डेवलपमेंट ऑफिसर (डीओ), सहायक प्रशासनिक अधिकारी (एएओ), क्लर्क-कम-कैशियर, एक्चुअरी, प्रबंधक, मार्केटिंग ऑफिसर, इंश्योरेंस एजेंट/कंसल्टेंट आदि के रूप में करियर शुरू कर सकते हैं।

बढ़ती संभावनाएं

सार्वजनिक और निजी दोनों ही तरह की इंश्योरेंस कंपनियों में इन दिनों कई तरह के जॉब अवसर होते हैं, जहां नौकरी अमूमन ग्रेजुएशन के बाद ही मिलती है। अगर आप सांख्यिकी, अर्थशास्त्र या फाइनेंस बैकग्राउंड के हैं, तो किसी भी इंश्योरेंस कंपनी में करियर की शुरुआत की जा सकती है। वैसे, आजकल इस क्षेत्र में बहुत से प्रोफेशनल इंश्योरेंस ऐंड बैंकिंग में एमबीए करके भी आ रहे हैं। एक्चुरियल साइंस में स्नातक करने वालों के लिए भी यहां अच्छी संभावनाएं हैं। इसके अलावा, इस बैकग्राउंड के लोगों के लिए बैंकिंग सेक्टर, फाइनेंशियल एनालिसिस फर्म, बीपीओ/केपीओ तथा मल्टीनेशनल कंपनियों में भी नौकरी के काफी मौके हैं।

अगर आप 12वीं पास हैं, तो एक बीमा अभिकर्ता (इंश्योरेंस एजेंट) के रूप में करियर शुरू कर सकते हैं, जहां आपको लोगों को बीमा पालिसी बेचनी होती है। इसके लिए आपको निश्चित टार्गेट दिया जाता है जिसे आपको प्रीमियम के रूप में कंपनी के लिए कमाकर पूरा करना होता है। इसके बदले में आपको कमीशन दिया जाता है। फिलहाल अभी ट्रेंड प्रोफेशनल्स के लिए बीमा कंपनियों के अलावा रिस्क मैनेजमेंट कंपनियों, इंवेस्टमेंट फर्म, बैंक, हेल्थ इंश्योरेंस एवं फाइनेंस कंपनियों तथा शेयर ब्रोकिंग कंपनियों आदि में भी अपने लिए जॉब की तलाश कर सकते हैं। इसी तर्ज पर ऑनलाइन इंश्योरेंस कारोबार में भी तेजी आई है, इसमें भी बहुत संभावनाएं सामने आ रही हैं। स्मार्टफोन का उपयोग बढ़ने से इंश्योरेंस ऑफर करने वाले इन ऑनलाइन प्लेटफॉम्र्स की मांग में काफी तेजी देखी जा रही है, जहां प्रशिक्षित लोगों की जरूरत बढ़ रही है। इसके लिए विभिन्न कंपनियां अपनी वेबसाइट पर रिक्त पदों की वैकेंसी समय-समय पर निकालती हैं, जहां से इसकी सूचना प्राप्त कर सकते हैं।

व्यक्तिगत गुण

इंश्योरेंस इंडस्ट्री में किसी भी उच्च पद पर काम करने के लिए कानूनी पहलुओं, मार्केटिंग और मैनेजमेंट स्किल की जानकारी होनी आवश्यक है। इसके अलावा, कम्युनिकेशन स्किल के साथ ही व्यक्ति को धैर्यवान भी होना चाहिए। इस फील्ड में आने के लिए अंग्रेजी और कंप्यूटर का भी अपेक्षित ज्ञान होना चाहिए। वित्तीय समस्याओं को अच्छे से हैंडल करना भी आना चाहिए, क्योंकि बैंकों और वित्तीय संस्थानों में पैसों का लेनदेन होता है। इस कारण कई चुनौतियां सामने आती रहती हैं। साथ में ग्राहकों के साथ हर समय व्यवहारकुशल भी बने रहना पड़ता है।

आकर्षक सैलरी

फाइनेंस एवं इंश्योरेंस इंडस्ट्री इन दिनों अपने अच्छे पे पैकेज के कारण युवाओं को खूब आकर्षित कर रही है। आमतौर पर कोर्स खत्म होने के बाद ऐसे प्रोफेशनल्स को शुरुआत में ही 20 से 25 हजार की सैलरी आसानी से मिल जाती है। वहीं, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में शुरुआती वेतनमान इससे कहीं अधिक होता है। बाद में विभागीय परीक्षाओं और अनुभव के आधार पर इनकी लगातार तरक्की भी होती रहती है।


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