CBSE का निर्देश, शिक्षण और मूल्यांकन में सर्वश्रेष्ठ तरीकों पर पोडकास्ट विकसित करें स्कूल
सीबीएसई ने कहा कि शिक्षकों को सीबीएसई- शिक्षा वाणी में उच्च गुणवत्ता वाले पॉडकास्ट में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education- CBSE) ने स्कूलों से कहा है कि वे अपनी सर्वश्रेष्ठ शिक्षण पद्धतियों, नवाचारों, अनुभवात्मक और सक्रिय शिक्षण, मुख्य विषयों और कक्षा के मूल्यांकन में सह-पाठ्यक्रम क्षेत्रों के एकीकरण से संबंधित पॉडकास्ट विकसित करें।
बोर्ड ने इस साल की शुरुआत में शैक्षणिक और प्रशिक्षण पहल, परीक्षा और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों और प्रक्रियाओं पर बोर्ड की प्रामाणिक और नवीनतम जानकारी और दिशा-निर्देश प्रदान करने के लिए ‘सीबीएसई-शिक्षा वाणी’ नाम से पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म लांच किया था। सीबीएसई ने कहा कि शिक्षकों को सीबीएसई- शिक्षा वाणी में उच्च गुणवत्ता वाले पॉडकास्ट में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
सीबीएसई ने स्कूलों से कहा कि शिक्षक उनके लिए क्या काम कर सकते हैं, कैसे वे सीखने को बढ़ाते हैं और कैसे वे बेहतर परिणामों के लिए वैकल्पिक तकनीकों को अपनाकर अपनी कक्षा में आवश्यक दक्षताओं को प्राप्त करते हैं। इस प्रयास को सीबीएसई शिक्षक पुरस्कारों में उचित भार मिलेगा और शिक्षकों को राष्ट्रीय सामग्री निर्माण टीम का हिस्सा चुना जा सकता है। शिक्षकों को पहले से उपलब्ध सामग्री को ऑडियो प्रारूप में बदलने और बोर्ड के साथ रिकॉर्ड किए गए पॉडकास्ट को साझा करने के लिए कहा गया है। यह शिक्षकों व छात्रों की क्षमताओं में अंतर को पाटेगा।
गौरतलब है कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (Central Board of Secondary Education) ने 10वीं और 12वीं की प्रायोगिक परीक्षाओं (Practical Exams) की डेटशीट (date sheet) भी जारी कर दी है। बोर्ड द्वारा जारी ऑफिशियल नोटिफिकेशन (Official Notice) के मुताबिक प्रायोगिक परीक्षाएं 01 जनवरी से 07 फरवरी, 2020 के बीच आयोजित की जाएंगी। हालाेंकि किस दिन कौन से विषय का प्रैक्टिकल होगा इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई हैै। सिर्फ प्रैक्टिकल शुरू होने और समाप्त होने की जानकारी दी गई है। इस साल सीबीएसई सैटेलाइट के जरिए प्रायोगिक परीक्षाओं की मॉनिटरिंग करेगा।