12वीं के बाद हिंदी मीडियम से एलएलबी? काउंसलर अरुण श्रीवास्तव ने किया गाइड
काउंसलर अरुण श्रीवास्तव ने करियर से संबंधित छात्र-छात्राओं की समस्याओं पर उनको गाइड किया और कई सुक्षाव भी दिए।
नई दिल्ली, अरुण श्रीवास्तव। काउंसलर अरुण श्रीवास्तव ने ईमेल के जरीए प्राप्त हुए छात्रों के सवालों का जवाब दिया। करियर से संबंधित छात्र-छात्राओं की समस्याओं पर उनको गाइड किया और कई सुक्षाव भी दिए।
शुभम पाल, ईमेल से: मैं शूटिंग का नेशनल प्लेयर हूं। मेरे लिए सरकारी और निजी क्षेत्र में जॉब के क्या अवसर हैं? कृपया मार्गदर्शन करें।
जवाब: अगर आप शूटिंग के नेशनल लेवल के प्लेयर हैं, तो आपको सरकारी और निजी क्षेत्र में आसानी से नौकरी मिल सकती है। भारतीय रेलवे, पीएसयू, राज्य सरकार के विभिन्न विभागों सहित निजी क्षेत्र की कॉरपोरेट कंपनियों द्वारा खेल कोटे के तहत नेशनल लेवल के खिलाड़ियों की नियुक्ति की जाती है। इसके लिए नियमित रूप से विज्ञापन भी निकाले जाते हैं। आप सरकारी और निजी कंपनियों की वेबसाइट पर करियर सेक्शन में जाकर भी इसके बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। सरकारी विभाग और निजी कंपनियां चयनित खिलाड़ियों को अपनी टीम में खेलने का मौका देती हैं।
राजन यादव, ईमेल से: मैंने साइंस स्ट्रीम से दसवीं पास किया है। आगे एमबीए करना चाहता हूं। आगे की तैयारी कैसे करूं?
जवाब: एमबीए (मास्टर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) करने के लिए किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन करना होता है। इसके बाद आइआइएम या समकक्ष संस्थान से यह कोर्स करने के लिए ‘कैट’ (कॉमन एडमिशन टेस्ट) क्वालिफाई करके प्रवेश लिया जा सकता है। ‘कैट’ के सिलेबस और पूछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में अधिक जानकारी आइआइम की वेबसाइट से हासिल की जा सकती है। वैसे कैट के अलावा देश में इसके समकक्ष कुछ अन्य एंट्रेंस भी होते हैं, जिनके आधार पर दूसरे बिजनेस स्कूल्स में दाखिले दिए जाते हैं। आप चाहें तो इस कोर्स के समकक्ष पीजीडीबीएम (पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिजनेस मैनेजमेंट) भी कर सकते हैं। एक विकल्प बारहवीं के बाद तीन साल का बीबीए (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) का भी है।
एक पाठक, ईमेल से: मैं कक्षा 12 का छात्र हूं। 5 वर्षीय एलएलबी करना चाहता हूं। पर मैं हिंदी मीडियम से हूं। क्या यह कोर्स हिंदी में भी उपलब्ध है?
जवाब: आपको हिंदी मीडियम का होने के कारण चिंता करने की जरूरत इसलिए नहीं है, क्योंकि यह कोर्स ज्यादातर संस्थानों में अंग्रेजी माध्यम के साथ-साथ हिंदी माध्यम में भी संचालित किया जा रहा है। वैसे आपको अंग्रेजी से खौफ खाने की बजाय थोड़ी अंग्रेजी सीखने पर ध्यान देना चाहिए, ताकि आप हिंदी में कुछ अनुपलब्ध सामग्री को पढ़-समझ कर अपने लिए उसका समुचित उपयोग कर सकें। देश-दुनिया की ऐसी बहुत सारी जानकारियां हैं, जो आपके लिए उपयोगी हो सकती हैं। अंग्रेजी या दूसरी भाषाओं को सीखने में मुश्किल नहीं है, बशर्ते कि उसमें थोड़ी रुचि पैदा करें।
शिव, ईमेल से: मेरा बेटा कक्षा 4 का छात्र है। शतरंज सीखना चाहता है। कृपया उचित मार्गदर्शन करें।
जवाब: यह उपयुक्त समय है बच्चे को उसकी रुचि के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का। इसके लिए पहले आप खुद उसे इंटरनेट, यूट्यूब की मदद से बुनियादी चीजें सीखने की दिशा में आगे बढ़ाएं। इस दौरान उसे कोचिंग दिलाएं। अपने स्कूल में भी शतरंज से जुड़ी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित भी करें।
(अरुण श्रीवास्तव, काउंसलर)