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फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स की बड़ी भूमिका, तेजी से बढ़ रहा फिनटेक सेक्टर

स्मार्टफोन की लगातार बढ़ती संख्या के साथ ग्राहकों की ऊंची अपेक्षाओं ने भारत की फाइनेंशियल सर्विसेज इंडस्ट्री को तेजी से बदला है।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 06:54 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 06:54 PM (IST)
फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स की बड़ी भूमिका, तेजी से बढ़ रहा फिनटेक सेक्टर
फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स की बड़ी भूमिका, तेजी से बढ़ रहा फिनटेक सेक्टर

नई दिल्ली [अंशु सिंह]। बात बिजनेस ग्रोथ की हो या एम्प्लॉयमेंट जेनरेशन की, फिनटेक यानी फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। नैस्कॉम के अनुसार, वैश्विक स्तर पर फिनटेक सॉफ्टवेयर एवं र्सिवस इंडस्ट्री के इस साल के अंत तक 45 बिलियन डॉलर के आसपास पहुंचने की उम्मीद है। इसमें फिनटेक स्टार्टअप्स की बड़ी भूमिका है, जो आइटी, बैंकिंग, सेल्स, डाटा एनालिस्ट या फिनटेक कंसल्टेंट के रूप में बेहतर विकल्प उपलब्ध करा रहे हैं...

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स्मार्टफोन की लगातार बढ़ती संख्या के साथ ग्राहकों की ऊंची अपेक्षाओं ने भारत की फाइनेंशियल सर्विसेज इंडस्ट्री को तेजी से बदला है। बिजनेस से लेकर अन्य गतिविधियां डिजिटल होने के कारण ऑनलाइन फाइनेंशियल सर्विसेज की स्वीकार्यता बढ़ गई है। कहा जा सकता है कि फिनटेक सेक्टर ने कारोबार करने के तरीके, वित्तीय सेवाओं एवं पेमेंट स्पेस को ही बदल कर रख दिया है।

यह शिक्षा, इंश्योरेंस, क्रेडिट मैनेजमेंट जैसे सेक्टर्स में ग्राहकों को कस्टमाइज्ड सॉल्युशंस एवं सपोर्ट प्रदान कर रहा है। डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म एमपॉकेट के संस्थापक एवं सीईओ गौरव जालान के अनुसार, फिनटेक का मतलब ऐसी टेक कंपनियों से है, जो फाइनेंशियल सर्विसेज उपलब्ध कराती हैं। डेलॉयट एवं सीआइआइ की एक रिपोर्ट कहती है कि भारत तेजी से डिजिटल इकोनॉमी की ओर बढ़ रहा है। यही वजह है कि आज मल्टीपल प्लेयर्स, स्टार्टअप्स इधर का रुख कर रहे हैं। इस इंडस्ट्री में लगातार नई संभावनाएं सामने आ रही हैं।

स्टार्टअप से लेकर स्थापित कंपनियां आईं आगे: फिनटेक इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने में र्आिटफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ब्लॉकचेन ने काफी मदद की है। इससे पेमेंट, लेंडिंग को नई रफ्तार मिली है। फिनटेक कंपनियां स्मार्टफोन के जरिये ही ग्राहकों या क्लाइंट्स से संवाद स्थापित करती हैं यानी ट्रांजैक्शन इत्यादि के लिए मोबाइल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है।

भारत में बीते कुछ वर्षों में फिनटेक स्टार्टअप्स की संख्या तेजी से बढ़ी है और वह दुनिया के शीर्ष तीन देशों में शामिल हो चुका है। यहां तक कि आइबीएम, एचपी, माइक्रोसॉफ्ट, डेल, इंटेल, सिस्को, ओरेकल, लेनोवो, डेलॉयट जैसी कंपनियां भी इस सेक्टर में हाथ आजमा रही हैं। फाइनेंस, एनालिटिक्स एवं टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट समीर राणा की मानें, तो ग्राहकों एवं कंपनियों द्वारा डिजिटल पेमेंट्स का अत्यधिक प्रयोग किए जाने से इस सेक्टर में निवेश भी काफी अच्छा हुआ है। नए डिजिटल प्रोडक्ट्स लॉन्च करने से लेकर र्सिवस की क्वालिटी बढ़ाने में भी फिनटेक स्टार्टअप्स सहायक हो रहे हैं।

नए क्षेत्रों में खुले विकल्प:

फिनटेक कंपनियों के आने से रेगुलेटरी/वेल्थ एवं इंश्योरेंस टेक्नोलॉजी के रूप में नई इंडस्ट्री क्रिएट हुई है। इससे युवाओं को मौका मिला है कि वे कोर फाइनेंस के साथ ही रिसर्च एंड डेवलपमेंट के क्षेत्र में भी काम कर सकते हैं। मसलन, इन दिनों कंपनियां चैट बॉट्स का काफी इस्तेमाल कर रही हैं, जिससे एआइ, रोबोटिक्स आदि के ग्रेजुएट्स के लिए संभावनाएं बनी हैं। इसके अलावा, युवा चाहें, तो फिनटेक इनोवेशन कंसल्टेंट, डाटा साइंटिस्ट, डाटा एनालिस्ट के तौर पर भी यहां काम कर सकते हैं।

शैक्षिक योग्यता:

फिनटेक से संबंधित पढ़ाई में एआइ, एमएल जैसे टॉपिक्स कवर किए जाते हैं। स्टूडेंट्स को सिखाया जाता है कि कैसे डाटा की मदद से ग्राहकों की रुचि का पता लगाया जा सकता है। ऑनलाइन कोर्स करने से मदद मिलती है, लेकिन अगर कैंडिडेट के पास प्रोडक्ट/प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, स्टैटिस्टिक्स, डाटा एनालिसिस की समझ होगी, तो सेक्टर में आगे बढ़ने के बेहतर मौके मिल सकते हैं।

प्रमुख संस्थान

मुंबई यूनिवर्सिटी, मुंबई

http://mumbaiuniversity.bsebti.com

एसपी जैन इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल मैनेजमेंट, मुंबई

https://fintech.spjain.org

आइआएम कलकत्ता

https://www.iimcal.ac.in

बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पिलानी 

https://bits-pilani-wilp.ac.in

एक्‍सपर्ट व्‍यू....

समीर अग्रवाल (सीईओ, रेवफिन) का कहना है कि इस क्षेत्र स्किल्ड युवाओं की मांग बढ़ रही है। फिनटेक सेक्टर कई क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। जहां तक नौकरियों की बात है, तो मोबाइल वॉलेट कंपनियों, ई-कॉमर्स प्लेटफॉम्र्स के अलावा नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों, पेमेंट बैंक्स के खुलने से अलग-अलग विधाओं के एक्सपट्र्स, युवाओं की मांग बढ़ रही है।

देश में कई उच्च शिक्षण संस्थान एवं विश्वविद्यालयों में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी में मास्टर्स, एमबीए कोर्स कराए जा रहे हैं। इसके अलावा सर्टिफिकेट कोर्सेज भी हैं। कोरसेरा आदि से ऑनलाइन कोर्स भी कर सकते हैं।  


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