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रांची जमीन घोटाले में चार्जशीट फाइल करने से पहले बड़ी छापेमारी करेगी ED, सर्विलांस पर हैं आरोपी और उनके सहयोगी

ED Raid News सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ और चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीद-बिक्री मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी बहुत जल्द ही एक बार फिर बड़ी छापेमारी करने वाली है।

By Dilip KumarEdited By: Mohit TripathiPublished: Wed, 07 Jun 2023 01:22 AM (IST)Updated: Wed, 07 Jun 2023 01:22 AM (IST)
रांची जमीन घोटाले में चार्जशीट फाइल करने से पहले बड़ी छापेमारी करेगी ED, सर्विलांस पर हैं आरोपी और उनके सहयोगी
ईडी इन सभी सहयोगियों की गतिविधियों पर रख रही है नजर

राज्य ब्यूरो, रांची: सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ और चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीद-बिक्री मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी बहुत जल्द ही एक बार फिर बड़ी छापेमारी करने वाली है। ईडी की टीम पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों के अलावा उनके सहयोगियों को भी सर्विलांस पर रखी हुई है।

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ये आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार

भूमि घोटाला मामले में ईडी ने रांची के पूर्व उपायुक्त आइएएस छवि रंजन, बड़ागाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, सेना के कब्जे वाली जमीन का फर्जी रैयत प्रदीप बागची, जमीन कारोबारी अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान व मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार किया था।

IAS छवि रंजन सभी आरोपियों से हुई पूछताछ

सभी आरोपी वर्तमान में जेल में बंद हैं। इनमें से पूर्व उपायुक्त छवि रंजन को छोड़ शेष सभी सात आरोपी बीते 13 अप्रैल को गिरफ्तार हुए थे। सभी आरोपियों से ईडी ने रिमांड पर लंबे समय तक पूछताछ की। पूछताछ में उनके अन्य सहयोगियों के बारे में भी जानकारी मिली है।

सभी सहयोगियों व करीबियों के नाम व नंबर भी ईडी ने लिया था। सभी नंबर सर्विलांस पर हैं, जिनपर ईडी नजर रख रही है। इससे उनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलेगी, जो अनुसंधान को और मजबूत बनाएगा।

14 जून के पहले दाखिल होना है चार्जशीट

भूमि घोटाले में 14 जून से पहले ईडी चार्जशीट करेगी। हालांकि इससे पहले कुछ जब्ती भी होनी है। ईडी चार्जशीट के पहले अपनी फाइल मजबूत करने में जुटी हुई है। ईडी ने अब तक की छानबीन में यह सबूत जुटा लिया है कि आरोपियों ने जमीन के मूल दस्तावेज में बड़े पैमाने पर फेरबदल की और गलत तरीके से खरीद-बिक्री की।

संदेह के घेरे में कोलकाता रजिस्ट्री कार्यालय

मूल डीड के बीच के पन्ने को गायब कर, वहां छेड़छाड़ किए गए कागजात को लगाया। इसमें कोलकाता के रजिस्ट्री कार्यालय की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। वहां कोलकाता में भी इस मामले में प्राथमिकी दर्ज हुई, रांची के सदर थाने में भी प्राथमिकी दर्ज हो गई है। जो कागजात कार्यालय में रहने चाहिए, वे बड़ागाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक के आवास में मिले थे। फर्जी डीड बनाने के मुहर व अन्य सामान भी गिरफ्तार अन्य आरोपियों के यहां से बरामद हुए थे।


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