Dehradun: एक के बाद एक कई वाहनों में भीषण टक्कर, तीन की दर्दनाक मौत; गाड़ियों के उड़े परखच्चे
Doiwala Car Accident तीन वाहनों के आपस में टकराए जाने से तीन लोगों की मौत हो गई। घटना बुधवार सुबह करीब छह बजे की है। जहां पर एक वाहन अपनी लाइन से हटकर दूसरी लाइन में अचानक आ गया और यह दर्दनाक हादसा हुआ। हादसे में छह लोग घायल हो गए। जिन्हें 108 एंबुलेंस की मदद से देहरादून के दून अस्पताल भेजा गया है।
जागरण संवाददाता, डोईवाला। Doiwala Car Accident: देहरादून जिले में डोईवाला- कुआंवाला के दडेश्वर मंदिर के समीप तीन वाहनों के आपस में टकराए जाने से तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि छह लोग घायल हो गए। जिन्हें 108 एंबुलेंस की मदद से देहरादून के दून अस्पताल भेजा गया है।
हर्रावाला पुलिस चौकी प्रभारी रमन बिष्ट ने बताया कि घटना बुधवार सुबह करीब छह बजे की है। जहां पर एक वाहन अपनी लाइन से हटकर दूसरी लाइन में अचानक आ गया। जिससे अन्य दो वाहन उस वाहन से टकरा गए।
उन्होंने बताया कि एक वाहन इको जिसमें कुल सात लोग सवार थे। जिनमें दो बच्चे तीन पुरुष दो महिलाएं थीं। उनमें एक महिला, एक पुरुष व एक बच्चे की मौत हो गई है। शेष वाहन में एक-एक सवार घायल हैं। उन्होंने बताया कि जिनकी मृत्यु हुई है उनको ले जा रहा वाहन देहरादून से रुद्रप्रयाग के लिए जा रहा था।
मृतकों और घायलों के नाम
वाहन पलटने से एक दर्जन घायल
विकास नगर: साहिया क्षेत्र के दातनू बडनू मलेथा मोटर मार्ग के बराड़ के पास ओवलोडिग यूटिलिटी पलट गई। जिसमें छह साल के बच्चे सहित लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए। बताया जा रहा कि बडनू गांव से साहिया जा रही यूटिलिटी में मण्डी के लिए मटर भरी थी और उसके बाद भी दो दर्जन सवारी बैठाई गई थीं।
हंसते खेलते परिवार की खुशियां होली के दिन मातम में बदली
त्यूणी: कहते हैं समय का कुछ पता नहीं चलता। जिस घर में कल तक बच्चे व परिवार के लोग हंसी-खुशी के साथ रह रहे थे वहां गम का सन्नाटा पसर गया। होली के दिन सड़क हादसे के चलते परिवार की खुशियां एक पल में मातम में बदल गई।
घर में अकेले कमाने वाले जवान बेटे की अकाल मौत से गमगीन परिवार के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जौनसार बावर के सीमांत त्यूणी तहसील से जुड़े टियूटाड़ गांव निवासी विक्रम सिंह चौहान लोक निर्माण विभाग अस्थायी खंड चकराता में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात थे।
विकासनगर के बाबूगढ़-केसरबाग में वह बच्चों व परिवार के साथ नए मकान में रहते थे। सालभर पहले पिता का निधन होने से परिवार में गृहणी पत्नी, दो मासूम बेटियां, माता व तीन छोटे भाई-बहन के भरण पोषण की पूरी जिम्मेदारी विक्रम के कंधे पर आ गई थी। वह घर में अकेले कमाने वाला था।
रंगों के त्योहार होली के दिन सड़क हादसे में जवान बेटे की अकाल मौत से गमगीन परिवार की खुशियां मातम में बदल गई। इस दुखद घटना से छह साल की पुत्री रूही चौहान व तीन साल की मासूम बेटी बानवी चौहान के सिर से हमेशा के लिए पिता का साया उठ गया।
गमगीन पत्नी बीना चौहान, माता मुन्नी देवी और तीन छोटे भाई-बहन के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। किसे मालूम था कि होली का दिन विक्रम की अकाल मौत का कारण बनेगा। इस दर्दनाक घटना से पैतृक गांव टियूटाड़ में शोक छा गया। जवान बेटे का इस तरह दुनिया से चले जाने का गमगीन परिवार को गहरा सदमा लगा है। मंगलवार को हरिपुर के यमुनातट पर नम आंखों से अंतिम संस्कार किया गया। घटना पर चकराता विधायक प्रीतम सिंह, विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों व क्षेत्र के लोगों ने गहरा दुख जताया।