जागरण संवाददाता, बदायूं। लोकसभा चुनाव के बीच पूर्व मंत्री आबिद रजा को पुलिस ने झटका दिया है। पिछले साल हुए नगर निकाय चुनाव के दौरान पूर्व मंत्री समेत 30 लोगों पर आचार संहिता उल्लंघन की प्राथमिकी हुई थी। पुलिस ने इस मामले में सोमवार को पूर्व मंत्री समेत छह आरोपितों के विरुद्ध 54 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है, जिसमें पुलिस ने मौके पर बनाए गए वीडियो समेत अन्य कई साक्ष्यों को आधार बनाया है।
इस मामले में जो अज्ञात के रूप में शामिल थे, उनकी पहचान करने में पुलिस सफल नहीं हो सकी।
बीते वर्ष हुए नगर निकाय के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पूर्व मंत्री आबिद रजा की पत्नी फात्मा रजा चुनाव लड़ीं थीं। उनके प्रचार प्रसार में पूर्व मंत्री आबिद रजा ही अपने साथियों के साथ लगे थे। कई जगह सभाएं और नुक्कड़ सभाएं की थीं।
बात बीते साल नौ मई की है जब शहर कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक वारिस खान गश्त करते हुए नाहर खां सराय पहुंचे तो उन्होंने देखा कि प्रत्याशी फात्मा रजा के पति आबिद रजा अपने साथी कासिफ, अशफाक उर्फ पप्पू, मो. मियां, स्वाले चौधरी, ईसार अहमद उर्फ शहंशाह व 25 अन्य लोगों के साथ मतदाताओं को अपनी पत्नी के पक्ष में वोट करने के लिए प्रलोभित कर रहे थे।
इसका उपनिरीक्षक ने वीडियो भी बनाया।
वारिस खान के शिकायती पत्र पर शहर कोतवाली में आचार संहिता उल्लंघन के मामले में पूर्व मंत्री आबिद रजा व उनके सभी साथियों के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी गई थी। इस मामले में 25 लोग अज्ञात भी थे। पुलिस ने उनकी पहचान करने की काफी कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। आपस में भलाई बुराई की बात कह कर लोग पहचान करने नहीं आए। इसके चलते विवेचक ने आबिद रजा और उनके साथी कासिफ, अशफाक उर्फ पप्पू, मो. मियां, स्वाले चौधरी, ईसार अहमद उर्फ शहंशाह के विरुद्ध साक्ष्यों के आधार पर आरोप पत्र तैयार किया। सोमवार को पुलिस ने 54 पन्नों की चार्जशीट न्यायालय में दाखिल कर ली। जिसका न्यायालय ने संज्ञान भी ले लिया है।