Telecom Jobs: टेलीकाम सेक्टर में है जॉब के बेशुमार मौके, देखें कहां मिल सकती है नौकरी और क्या चाहिए योग्यता
Telecom Jobs opportunities in India आने वाले दिनों में 5जी तकनीक में प्रशिक्षित मैनपावर की जरूरत को देखते हुए टीएसएससी के अलावा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के नेशनल स्किल्ड डेवलपमेंट कारपोरेशन की ओर से भी इस दिशा में कई कदम उठाए जा रहे हैं।
Telecom Jobs: देश में 5जी सेवाओं के प्रसार के साथ टेलीकाम सेक्टर में कुशल युवाओं के लिए बड़ी संख्या में अवसर सामने आ रहे हैं। आइए जानें, इन अवसरों का कैसे उठा सकते हैं लाभ...
धीरेंद्र पाठक। टेलीकाम सेक्टर स्किल काउंसिल के आकलन के अनुसार, अगले दो वर्ष में इस क्षेत्र में करीब 2.2 करोड़ प्रशिक्षित पेशेवरों की जरूरत होगी। केंद्र सरकार भी 5जी सेवा का विस्तार करने के लिए बुनियादी ढांचा बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा टावर लगाने पर काफी जोर दे रही है। देश में 5जी सेवाएं शुरू होने के बाद अब अगले एक साल में 5जी कम्युनिकेशन और इंटरनेट में करीब 70 प्रतिशत उछाल आने की उम्मीद की जा रही है। वैसे अगर आंकड़ों को देखें, तो अब तक 5जी स्मार्टफोन की बिक्री करीब 13 गुना से ज्यादा बढ़ गई है। इस तकनीक से सिर्फ आपके स्मार्टफोन को इस्तेमाल करने का अनुभव ही नहीं बदलने वाला है, बल्कि आटोमोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग, हेल्थकेयर और शिक्षा समेत देश के विभिन्न सेक्टर भी इसे तेजी से अपनाने के लिए आगे आ रहे हैं।
हाइलाइट्स
-28 प्रतिशत तक की कमी है टेलीकाम सेक्टर में भारत में अभी प्रशिक्षित पेशेवरों की।
-1.4 लाख प्रशिक्षित पेशेवरों की तत्काल जरूरत है 5जी तकनीक के विस्तार के लिए।
-50 प्रशिक्षण लैब खोलने की तैयारी है पूरे देश में।
-5जी इंटरनेट से करीब 80 प्रतिशत काम आसान और तेज होने की उम्मीद की जा रही है।
एविएशन, विजुअल इफेक्ट, गेमिंग तथा कामिक्स टास्क फोर्स का भी यही अनुमान है कि 2023 के अंत तक विश्वभर में 42.5 प्रतिशत स्मार्टफोन 5जी तकनीक से लैस हो जाएंगे। इसी आवश्यकता को देखते हुए केंद्र सरकार इस साल के आखिर तक पूरे देश में 50 से 70 हजार टावर और लगाने जा रही है, ताकि 2024 में इस तकनीक की पेशकश दुनिया के अन्य जरूरतमंद देशों को की जा सके। जाहिर है, जब अगले एक से दो साल में इतने बड़े स्तर पर इस तकनीक का प्रसार होने जा रहा है, तो निश्चित रूप से स्किल्ड मैनपावर की जरूरत भी होगी। क्योंकि अभी इस क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में उतने कुशल लोग नहीं हैं, जितनी अभी मार्केट में आवश्यकता है।
रोजगार के अपार अवसर : टेलीकाम सेक्टर स्किल काउंसिल (टीएसएससी) की रिपोर्ट की मानें, तो 5जी तकनीक का उपयोग निकट भविष्य में क्लाउड कंप्यूटिंग, नेटवर्क फंक्शन वर्चुअलाइजेशन, साफ्टवेयर डिफाइंड नेटवर्किंग, एप्लिकेशन नेटवर्क, क्लाउड सिक्योरिटी ऐंड ब्लाकचेन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तथा रोबोटिक्स जैसे कई नए-नए क्षेत्रों में बढ़ेगा। इससे इस क्षेत्र में कुशल युवाओं के लिए प्रत्यक्ष और परोक्ष रोजगार के मौके तेजी से बढ़ेंगे। फिलहाल बाजार की जरूरत को देखते हुए इस तकनीक में कुशल युवाओं की मांग और पूर्ति में करीब 28 प्रतिशत का अंतर देखा जा रहा है। इसे देखते हुए यहां न सिर्फ टेलीकाम सेक्टर में प्रशिक्षित वर्कर्स, प्रोफेशनल्स और इंजीनियर्स के लिए अवसर बढ़ने वाले हैं, बल्कि एआइ, एडवांस्ड डाटा एनालिटिक्स, एज कंप्यूटिंग, इंटरनेट आफ थिंग्स या 5जी टेक्नोलाजी जैसे न्यू एज स्किल में कुशल युवाओं के लिए भी काम के अवसर बढ़ेंगे।
प्रशिक्षण लैब खोलने पर जोर: आने वाले दिनों में 5जी तकनीक में प्रशिक्षित मैनपावर की जरूरत को देखते हुए टीएसएससी के अलावा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के नेशनल स्किल्ड डेवलपमेंट कारपोरेशन की ओर से भी इस दिशा में कई कदम उठाए जा रहे हैं। देश में प्रशिक्षित पेशेवरों की मांग और आपूर्ति के इस बड़े अंतर को पाटने के लिए पूरे देश में करीब 50 ट्रेनिंग लैब खोलने की तैयारी है, जहां 5जी तकनीक की जरूरतों के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि बड़ी संख्या में स्किल्ड मैनपावर को तैयार किया जा सके। दरअसल, अभी शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक 5जी तकनीक की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए अलग से बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है। इसके लिए अलग से टावर लगने हैं, जिसके इंस्टालेशन का काम होना है। चूंकि 5जी तकनीक 3जी और 4जी से बहुत अलग है और इसकी स्पीड कई गुना अधिक होगी, इसलिए इसके लिए कई नई तकनीकों का भी उपयोग होगा। जाहिर है ऐसी तकनीक जानने वालों की भी यहां आवश्यकता होगी। इसीलिए सरकार की ओर से 5जी सेवा विस्तार के साथ-साथ इसके मैनपावर को भी बढ़ाने पर काफी जोर दिया जा रहा है। कुल मिलाकर, इस क्षेत्र में कुशल टेक्निशियन, टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स, इंस्टालेशन एंड मेंटिनेंस सर्विस प्रोवाइडर्स, सेल्स, मार्केटिंग, एचआर जैसे सेक्टर्स में कुशल लोगों के लिए बहुत अवसर बढ़ रहे हैं। इसके अलावा, वेब एवं मोबाइल डेवलपमेंट, क्लाउड कंप्यूटिंग, ब्लाकचेन जैसे सेक्टर्स में भी काफी पेशेवरों की जरूरत होगी।
क्या हो योग्यता : टेलीकाम सेक्टर में टेक्निकल और नान-टेक्निकल दोनों तरह के पेशेवरों के लिए अवसर हैं। अगर आपने टेलीकम्युनिकेशन से संबंधित कोई उच्च तकनीकी कोर्स कर रखा है, तो टेलीकाम सिस्टम साल्युशन इंजीनियर, टेलीकाम साफ्टवेयर इंजीनियर, कम्युनिकेशन इंजीनियर, नेटवर्क इंजीनियर जैसे पदों पर नौकरी मिल सकती है। वहीं, अगर नान-टेक्निकल पृष्ठभूमि से हैं, तो आपरेशन, इंस्टालेशन या मेंटिनेंस जैसे विभागों में अपनी कुशलता बढ़ाकर एग्जीक्यूटिव, सुपरवाइजर, टेक्निकल असिस्टेंट तथा मैनेजर जैसे जाब पा सकते हैं।
टेलीकम्युनिकेशन या इलेक्ट्रानिक एंड कम्युनिकेशन में बीई/बीटेक कोर्स करने वाले युवाओं के लिए टेलीकाम से जुड़े दूसरे सेक्टर जैसे कि टेलीफोन/मोबाइल इंडस्ट्री, कंप्यूटर इंडस्ट्री, सैटेलाइट कम्युनिकेशन, फाइबर आप्टिक्स कम्युनिकेशन सिस्टम्स आदि में भी नौकरी के अच्छे अवसर हैं। यदि आपने संबंधित ट्रेड में आइटीआइ किया है, तो टेक्निशियन के रूप में भी करियर शुरू कर सकते हैं। कई संस्थानों की ओर से इनदिनों टेलीकाम के लिए कई स्पेशलाइज्ड कोर्सेज कराए जा रहे हैं, जैसे कि बीबीए/बीएससी/बीटेक इन टेलीकम्युनिकेशन/इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन, स्नातक वोकेशनल कोर्स, डिप्लोमा आदि। जो युवा फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा मैथ्स विषयों से 12वीं उत्तीर्ण हैं, वे इन विषयों के अंडरग्रेजुएट कोर्स कर सकते हैं। साइंस या इंजीनियरिंग स्ट्रीम से स्नातक करने वाले टेलीकम्युनिकेशन में एमबीए (टेलीकाम सिस्टम्स मैनेजमेंट), एमटेक (टेलीकाम टेक्नोलाजी एंड मैनेजमेंट) जैसे कोर्स करके भी अपनी योग्यता बढ़ा सकते हैं। टीएसएससी द्वारा भी इस तरह के इंडस्ट्री ओरिएंटेड कोर्सेस कराये जा रहे हैं।
आकर्षक पैकेज : टेलीकाम सेक्टर में हमेशा से युवाओं को अच्छी सैलरी मिलती रही है। यहां टेलीकाम इंजीनियर के रूप में शुरुआत में 40 से 50 हजार रुपये तक आराम से सैलरी मिल जाती है। गैर तकनीकी पृष्ठभूमि के प्रोफेशनल्स भी यहां शुरुआत में 20-25 हजार रुपये पा जाते हैं।
प्रमुख संस्थान
आइआइटी खड़गपुर
http://www.iitkgp.ac.in
बीआइटी मेसरा, रांची
https://www.bitmesra.ac.in
एनआइईटी, ग्रेटर नोएडा
https://www.niet.co.in/
भारती स्कूल आफ टेलीकाम टेक्नो. एंड मैनेजमेंट, दिल्ली
https://bhartischool.iitd.ac.in
खुलेंगे करियर के नए द्वार
5जी तकनीक आने से भारत के युवाओं को कई रूपों में फायदे होने वाले हैं। अच्छी तकनीकी शिक्षा दी जा सकेगी। इससे समय पर इंडस्ट्री के साथ कनेक्ट करके रोजगार पाने में मदद मिल सकेगी। इसका सबसे ज्यादा फायदा ग्रामीण क्षेत्रों के उन युवाओं को होगा, जो तेज इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध न होने के कारण बहुत सारी सुविधाओं से वंचित रह जाते थे। जाहिर है, जब युवाओं की अच्छी स्किलिंग होगी, तो रोजगार के नये द्वार भी खुलेंगे।
अरविंद बाली, सीईओ, टेलीकाम सेक्टर स्किल काउंसिल
समझें इंडस्ट्री की जरूरत
टेलीकम्युनिकेशन और इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन में तकनीकी शिक्षा हासिल कर रहे युवाओं को चाहिए कि वे कोर्स की पढ़ाई के साथ बदलती तकनीकों व इंडस्ट्री की जरूरतों को समझते हुए अधिक से अधिक प्रैक्टिकल जानकारी हासिल करने पर जोर दें। इसके लिए लैब में अधिक समय बिताएं। इंडस्ट्री के आने वाले प्रोफेशनल्स की सीख पर ध्यान दें।
रमन बत्रा
एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट,
एनआइईटी, ग्रेटर नोएडा