रिजर्व बैंक ने एयर इंडिया के ऋण की अवधि बढ़ाई
नकदी संकट से जूझ रही एयर इंडिया को भारतीय रिजर्व बैंक से राहत मिली है। केंद्रीय बैंक ने एयरलाइन के ऋण की अवधि 10 से बढ़ाकर 15 साल करने की मंजूरी दे दी है।
मुंबई/नई दिल्ली। नकदी संकट से जूझ रही एयर इंडिया को भारतीय रिजर्व बैंक से राहत मिली है। केंद्रीय बैंक ने एयरलाइन के ऋण की अवधि 10 से बढ़ाकर 15 साल करने की मंजूरी दे दी है।
एयर इंडिया के अधिकारी ने मुंबई में कहा कि हां, रिजर्व बैंक ने हमारे ऋण पुनर्गठन प्रस्ताव को गुरुवार को मंजूरी दे दी है। हालांकि उन्हाेंने इसका और ब्योरा नहीं दिया।
अधिकारी ने कहा कि रिजर्व बैंक ने ऋण की अवधि 10 साल से बढ़ाकर 15 वर्ष करने की मंजूरी दी है। यह फैसला रिजर्व बैंक, एयर इंडिया और एसबीआई कैप्स के अधिकारियों की बैठक में हुआ।
संपर्क किए जाने पर रिजर्व बैंक के प्रवक्ता ने बैठक की पुष्टि तो की, पर और अधिक कुछ नहीं बताया। 18,000 करोड़ रुपये के कारपोरेट ऋण पुनर्गठन [सीडीआर] प्रस्ताव के तहत बैंक लघु अवधि के 11,000 करोड़ रुपये के ऋण को 15 साल के दीर्घावधि के ऋण में बदलेंगे और 7,000 करोड़ रुपये के ऋण को इक्विटी में तब्दील करेंगे।
आधिकारिक सूत्रों ने दिल्ली में कहा कि रिजर्व बैंक के साथ विचार-विमर्श कई मुद्दाें पर चल रहा है। इसमें एयर इंडिया के बही खाते, वित्तीय स्थिति और भविष्य की परियोजनाएं शामिल हैं।
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