IMA POP 2023: बिहार के मैकेनिक का बेटा बना गांव से पहला सैन्य अफसर, आर्थिक परेशानियों ने दिखाई संघर्ष की राह
बिट्टू सिंह को इस बात का आभास तक नहीं था कि वह एक दिन सैन्य वर्दी पहन देश की सेवा करेंगे लेकिन वर्ष 2013 में पिता के एक दुर्घटना में घायल होने व आर्थिक परेशानी को देखते हुए उन्होंने मन बना लिया कि उन्हें कुछ बड़ा करना है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: बिहार के बिट्टू सिंह को कभी इस बात का आभास तक नहीं था कि वह एक दिन सैन्य वर्दी पहन देश की सेवा करेंगे, लेकिन वर्ष 2013 में मैकेनिक का काम करने वाले पिता के एक दुर्घटना में घायल होने व आर्थिक परेशानी को देखते हुए उन्होंने मन बना लिया कि उन्हें कुछ बड़ा करना है।
सैन्य अफसर बनने की तमन्ना थी और उनका यह सपना पूरा हो गया है। बिहार के मोतीहारी के चांदपरसर गांव निवासी बिट्टू सिंह अपने गांव से सरकारी नौकरी में लगने वाले व पहले सैन्य अफसर बने हैं।
बिट्टू ने बताया कि उनके पिता किशोर सिंह मोतिहारी में ही गैराज में काम करते हैं। मां आशा देवी गृहणी है। बताया कि 12वीं तक पढ़ाई के साथ उन्होंने भी एनजीओ व होटल में वेटर का काम किया। 2013 में पिता एक दुर्घटना में घायल हो गए। उस समय उन्हें नौकरी की सख्त जरूरत थी। ऐसे में सेना में भर्ती हुए। 2016 में शादी हो गई। इसके बाद एसीसी की परीक्षा पास करने कर यहां तक पहुंचे हैं।
बिट्टू सिंह के माता पिता के अलावा पत्नी खुशबू कुमारी सिंह, बेटी अद्रिका सिंह व बेटा आरव भी पहुंचे थे। पिता ईश्वर सिंह ने बताया कि एक पिता के लिए इससे बड़ी खुशी की बात क्या हो सकती है कि गांव से पहला सैन्य अफसर बनने का गौरव उनके बेटे का नाम आया है।