वाराणसी के नाटीइमली में भरत मिलाप लीला देखने उमड़ें लोग, काशिराज परिवार भी आरती करने के लिए पहुंचे
अबकी दो साल बाद छह अक्टूबर को पूरी भव्यता से वाराणसी के नाटीइमली में भरत मिलाप लीला का मंचन किया गया। व्यवस्थापक मुकुंद उपाध्याय के अनुसार लीला दोपहर 2.30 बजे शुरू हुआ और 4.40 बजे चारो भाइयों का मिलन हुआ।
जागरण संवाददाता, वाराणसी: कोरोना के कारण नाटीइमली का भरत मिलाप 2020 में स्थगित रहा तो पिछले साल परमिशन कारणों से सिर्फ औपचारिकता भर ही निभाई जा सकी थी। अबकी दो साल बाद छह अक्टूबर को पूरी भव्यता से भरत मिलाप लीला का मंचन किया गया। व्यवस्थापक मुकुंद उपाध्याय के अनुसार लीला दोपहर 2.30 बजे शुरू हुआ और 4.40 बजे चारों भाइयों का मिलन हुआ। इसमें काशिराज परिवार भी शामिल हुआ।
लक्खा मेला में जय श्री राम का गूंजा उद्घोष
काशी के लक्खा मेलों में से एक नाटी इमली मैदान में ऐतिहासिक भरत मिलाप का आयोजन विजय दशमी के ठीक अगले दिन शनिवार को किया जा रहा है। सुबह से ही तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए आयोजन समिति ने विश्व विख्यात आयोजन के लिए सुरक्षा सहित बैरिकेडिंग का जायजा लिया। आयोजन की तैयारियां पूरी होने के बाद दोपहर से नाटी इमली मैदान में भक्तों का हुजूम उमड़ा तो हर हर महादेव के साथ ही जय श्री राम का भी उद्घोष गूंज उठा।
चारो भाइयों का परंपरागत रूप से मिलन का प्रसंग मंच पर हुआ तो समूची काशी निहाल हो उठी
आयोजन के दौरान उत्साह ऐसा कि लोगों को काबू करना भी मुश्किल होने लगा। आयोजन के दौरान श्रीराम चरित मानस पाठ के साथ ही चारों भाइयों के मिलन का प्रसंग पाठ श्रीचित्रकूट राम लीला के रामायणी दल ने किया तो ठीक 4:40 बजे चारो भाइयों का परंपरागत रूप से मिलन का प्रसंग मंच पर हुआ तो समूची काशी निहाल हो उठी।
विश्व विख्यात नाटी इमली का भरत मिलाप मैदान दो वर्ष बाद फिर गुलजार हो उठाा।
भरत मिलाप मैदान खचाखच आस्थावानों से भर गया तो प्रशासन ने और लोगों की एंट्री बंद कर दी
मौका था चारों भाइयों के मिलन का। दोपहर बाद रथ नाटी इमली पहुंचा तो उद्घोष से पूरा मैदान गूंज उठा। भरत मिलाप के मैदान आस्था का कोई ओर छोन नजर नहीं आ रहा था। भरत और शत्रुघ्न भी लीलास्थल पर पहुंचे तो आयोजन की कड़ियां शाम चार बजे जुड़ गईं। भरत मिलाप मैदान पर श्री राम लक्ष्मण और माता जानकी के आते ही पूरा मैदान हर हर महादेव और जय श्री राम के उद्घोष से गूंज उठा। भरत मिलाप मैदान खचाखच आस्थावानों से भर गया तो प्रशासन ने और लोगों की एंट्री बंद कर दी।
आकाशवाणी पर आंखों देखा हाल
नाटी इमली के भरत मिलाप का आंखों देखा हाल आकाशवाणी के वाराणसी केंद्र से सुनाया गया। इसे आकाशवाणी के यूट्यूब व एफएम चैनल पर भी सुन सकेंगे। इसके लिए लीला स्थल पर दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के पूर्व कुलपति प्रो. राममोहन पाठक, पांडुरंग पुराणिक व पवन कुमार शास्त्री मौजूद रहेंगे। प्रसारण शाम 3.45 बजे से अंत तक चला।