Bareilly: HC से झटके के बाद नारकोटिक्स अफसरों की गिरफ्तारी तय, NBW के लिए कोर्ट पहुंची पुलिस; ये है मामला
अप्रैल माह में बदायूं बिनावर के नाई गांव निवासी भगवान देवी ने पूरे घटनाक्रम की एसएसपी से शिकायत की थी। आरोप था कि पति अजयपाल वर्मा को पिछले साल सितंबर में आरोपितों ने स्मैक तस्करी में फंसाने की धमकी दी।
बरेली, जागरण संवाददाता। लूटपाट व अवैध रूप से जेल भेजने के मामले में फंसे नारकोटिक्स अफसरों, एसटीएफ के तत्कालीन हेड कांस्टेबल व बदायूं भाजपा नेता की गिरफ्तारी तय हो गई है। आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट के लिए पुलिस कोर्ट पहुंच गई है। मामले में नारकोटिक्स इंस्पेक्टर दीपक शर्मा, दारोगा विवेक उत्तम, एसटीएफ के तत्कालीन हेड कांस्टेबल जगवीर यादव व बदायूं भाजपा नेता प्रभाशंकर वर्मा का नाम शामिल है। आरोपितों के विरुद्ध कोतवाली में प्राथमिकी लिखी हुई है।
अप्रैल माह में बदायूं बिनावर के नाई गांव निवासी भगवान देवी ने पूरे घटनाक्रम की एसएसपी से शिकायत की थी। आरोप था कि पति अजयपाल वर्मा को पिछले साल सितंबर में आरोपितों ने स्मैक तस्करी में फंसाने की धमकी दी। तय योजना के तहत हाथ में पुड़िया देकर फोटो खीचं लिये फिर तीन लाख दस हजार रुपये वसूलकर छोड़ा गया। दो लाख रुपये की और मांग की गई। पति अजयपाल ने पूरे घटनाक्रम की शिकायत अधिकारियों को पत्र भेजकर की। इस पर एसटीएफ के इंस्पेक्टर ने अजयपाल को बरेली दफ्तर में बुलाया। अजयपाल बरेली गए।
आरोप है कि तभी नारकोटिक्स के अधिकारी उनके घर में घुस गए और महिलाओं से मारपीट कर दो लाख रुपये मांगने लगे। अधिकारियों से शिकायत के बावजूद जब कार्रवाई नहीं हुई तब पति कोर्ट पहुंचे। आरोपितों को इसकी भनक लगते ही उन्होंने पति को उठा लिया और भमोरा के मजनूपुर से मादक पदार्थों के साथ गिरफ्तारी दिखाकर जेल भेज दिया। एसएसपी प्रभाकर चौधरी के आने पर भगवान देवी ने उन्हें पूरा घटनाक्रम बताया, जिसके बाद प्राथमिकी लिखी गई।
गिरफ्तारी से बचने के लिए नारकोटिक्स अफसर हाईकोर्ट पहुंचे, लेकिन कोर्ट ने आरोपितों को राहत देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पुलिस अब आरोपितों के एनबीडब्ल्यू के लिए पुलिस कोर्ट पहुंच चुकी है। सीओ प्रथम श्वेता यादव प्रकरण की जांच कर रही हैं।