विधानसभा चुनाव में नहीं पड़ी 'आप' की छाप, लोकसभा में गठबंधन के साथ खड़ी है पार्टी
UP Lok sabha election विधानसभा चुनाव में छाप छोड़ पाने में असफल रही पार्टी वर्तमान लोकसभा चुनाव में इंडी गठबंधन के साथ खड़ी है। पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के जेल में जाने को कार्यकर्ता पार्टी के हित में मानते हैं। 2022 के चुनाव में पार्टी की ओर से सभी विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी उतारे गए थे। अधिकांश प्रत्याशियों को एक हजार के आसपास ही मत मिले थे।
सुनील सिंह, जागरण गोरखपुर। आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार भले ही दो राज्यों में है, कई राज्यों में विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों को सफलता हासिल हुई है लेकिन पूर्वांचल में अभी भी जनाधार की तलाश है। 2022 के विधानसभा चुनाव में खलीलाबाद को छोड़ दिया जाए तो किसी भी क्षेत्र में प्रार्टी के प्रत्याशी को संतोषजनक मत नहीं प्राप्त हुआ।
विधानसभा चुनाव में छाप छोड़ पाने में असफल रही पार्टी वर्तमान लोकसभा चुनाव में इंडी गठबंधन के साथ खड़ी है। पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल में जाने को कार्यकर्ता पार्टी के हित में मानते हैं।
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गोरक्ष प्रांत की बात की जाए तो 2022 के चुनाव में पार्टी की ओर से सभी विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी उतारे गए थे। अधिकांश प्रत्याशियों को एक हजार के आसपास ही मत मिले थे। खलीलाबाद में वहां के कद्दावर नेता एवं पूर्व सांसद भालचंद्र यादव के पुत्र को प्रत्याशी बनाया गया था।
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आप प्रत्याशियों के बीच उन्हें सर्वाधिक वोट मिले थे। पार्टी के महानगर अध्यक्ष विजय कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि विधानसभा का चुनाव हम मजबूती से लड़े थे। हालांकि हमें आशा के अनुरूप परिणाम नहीं मिला। फिर भी हम उतने ही उत्साह से कार्य कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव में पार्टी का उत्तर प्रदेश में अपने प्रत्याशी न उतारने का निर्णय है। पार्टी के निर्देश पर हम आइएनडीआइए के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं।