जॉब का झांसा देकर जाल में फंसाया, फिर उड़ा डाले 2.88 लाख रुपये; जब पुलिस ने पकड़ी तो उड़ गए होश
Ranchi Crime साइबर पुलिस ने पार्ट टाइम जॉब के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले तीन आरोपितों को धर दबोचा है। तीनों को जमशेदपुर से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपितों में शेखर कुमार बंटी मुखी व सुब्रतो विश्वास शामिल हैं। इनके पास से 10 मोबाइल 10 सिमकार्ड 40 डेबिट कार्ड समेत कई सामान बरामद किए गए हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। साइबर अपराध थाने की पुलिस ने पार्ट टाइम जाब के नाम पर 2.88 लाख की ठगी के मामले में तीन आरोपितों को जमशेदपुर से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में शेखर कुमार, बंटी मुखी व सुब्रतो विश्वास शामिल हैं।
इन आरोपितों के पास से 10 मोबाइल, 10 सिमकार्ड, 40 डेबिट कार्ड, 33 चेकबुक, चार पासबुक, 12 स्टांप, 97 एलमांटिस एलुमिना फर्म का विजिटिंग कार्ड, 94 यूनिक इंडस्ट्रियल सप्लायर से संबंधित विजिटिंग कार्ड, कांड से संबंधित वाट्सएप चैट, फर्जी रेंटल एग्रीमेंट व फर्म के लेटर हेड, पीओएस मशीन, क्यूआर कोड स्कैनर तथा वाई-फाई राउटर बरामद हुए हैं।
ये हैं गिरफ्तार आरोपित
- - शेखर कुमार : मकान संख्या 4318, कदमा मेन रोड, भाटिया बस्ती, सुधा दूध डेयरी के समीप, कदमा, पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर।
- - बंटी मुखी : बजरंग पथ, उलियान, मकान संख्या सात, कदमा, पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर।
- - सुब्रतो विश्वास : जी-7, निर्मल कालोनी, शास्त्री नगर, ब्लाक नंबर 03, कदमा, पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर।
ऐसे की गई ठगी
ठगी के इस मामले में साइबर अपराध थाने में 15 मार्च 2024 को प्राथमिकी दर्ज हुई थी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि टेलीग्राम के माध्यम से उनसे संपर्क किया गया था। अपराधियों ने उन्हें गूगल मैप का लिंक भेजकर होटल के रेटिंग का फाइव स्टार करने से संबंधित स्क्रीन शाट भेजकर पार्ट टाइम जाब का ऑफर दिया गया।
इसके बाद उन्हें टेलीग्राम प्रोफाइल पर रजिस्टर कर वीडियो लाइक करने का काम दिया गया। उक्त टेलीग्राम प्रोफाइल के माध्यम से दिए गए टास्क को करने के लिए इन्हें विभिन्न बैंक खातों में पैसा डालने को बोला गया। शुरू में झांसे में लेने के लिए इनके खाते में कुछ पैसे डाले गए, लेकिन बाद में पैसे डालना बंद कर दिया गया। इस तरह से इनके साथ कुल 2.88 लाख रुपये की साइबर ठगी कर ली गई।
जिन खातों में रुपये डलवाए, वे फर्जी कंपनियों के नाम पर मिले
साइबर अपराध थाने की पुलिस ने जब पूरे मामले की छानबीन की तो पता चला कि पीड़िता से अलग-अलग कंपनी/फर्म के नाम पर बने बैंक खाताओं में यूपीआइ के माध्यम से पैसे डालने को कहा गया था।
जांच में जानकारी मिली कि फर्जी कंपनी के नाम पर पंजीकृत खाते दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कोलकाता, ओडिशा आदि के बैंक खाते हैं, जिनमें करोड़ों रुपयों का ट्रांजेक्शन हुआ था। जांच में इन बैंक खाताओं में हुए ट्रांजेक्शन के आइपी के सर्वर अमेजन एडब्ल्यूएस, गूगल क्लाउड, हांगकांग व चीन में मिले।
खातों में करोड़ों के ट्रांजेक्शन, विभिन्न राज्यों में दर्ज हैं शिकायतें
पुलिस के अनुसार फर्जी कंपनी के नाम पर खुले खातों में करोड़ों के ट्रांजेक्शन हुए हैं। उपरोक्त कांड में शामिल इंडसइंड बैंक के खाता 201026522141 में सिर्फ एक दिन में एक करोड़ 84 लाख 30 हजार 297 रुपये क्रेडिट हुए हैं।
भारत सरकार के नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार उपरोक्त खाता के विरुद्ध महाराष्ट्र, तमिलनाडू, गुजरात, हरियाणा आदि में कुल 100 शिकायतें दर्ज हैं।
इनके पास से बरामद अन्य फर्जी फर्म, यूनिक इंडस्ट्रियल सप्लायर नामक फर्जी फर्म के एसबीआइ खाता नंबर 429698405375 में महाराष्ट्र, हरियाणा, तेलंगाना, दिल्ली, केरल, कर्नाटक व राजस्थान में कुल 32 शिकायतें दर्ज हैं।
पीएनबी खाता नंबर 0495102100000749 में तेलंगाना, सिक्किम, गुजरात, छत्तीसगढ़, पंजाब, महाराष्ट्र व केरल में कुल 36 शिकायतें दर्ज हैं। सुब्रतो इंटरप्राइजेज से लिंक एसबीआइ खाता 42830281982 में दिल्ली, हरियाणा, तेलंगाना, कर्नाटक व गुजरात में कुल 13 शिकायतें दर्ज हैं।
अलमांटिस एलुमिना से लिंक्ड एसबीआइ खाता 42576250656 में महाराष्ट्र, केरल, तेलंगाना व कर्नाटक में कुल 11 शिकायतें, दशमत इंटरप्राइजेज से लिंक्ड एसबीआइ खाता 42831136853 में हरियाणा राज्य से एक शिकायत और लोहार इंटरप्राइेजज से लिंक्ड पीएनबी खाता 5000012159 में मध्य प्रदेश राज्य से एक शिकायत व कंफोर्ट क्रिएशन एंड फेब्रिक फेंटेसिस से लिंक्ड डीबीएस बैंक खाता 887210000001977 में कुल पांच शिकायतें महाराष्ट्र, दिल्ली व हरियाणा में दर्ज हैं।
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