Stock Market Closing,17 August: अप्रैल के बाद पहली बार सेंसेक्स 60,000 के पार, निफ्टी 119 अंक बढ़कर 17,944 पर
Stock Market Closing17 August बुधवार को शेयर बाजार में जमकर कारोबार हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान पर बंद हुए। अप्रैल के बाद पहली बार सेंसेक्स 60000 का स्तर पार कर गया। दो महीने में इसमें 9300 से अधिक अंकों का सुधार हुआ है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बुधवार को शेयर बाजार (Stock Market) गुलजार रहा। बुधवार को शेयर बाजार में जबरस्दस्त तेजी देखी गई और क्लोजिंग बेल के समय निफ्टी 17,900 के ऊपर चला गया। कारोबार बंद होते समय निफ्टी 119 अंकों की उछाल के साथ 17,944 पर बंद हुआ। सेंसेक्स भी 417 अंक चढ़कर 60,260 पर बंद हुआ। ऑटो को छोड़कर पीएसयू बैंक और सूचना प्रौद्योगिकी सहित अन्य सभी सेक्टोरल इंडेक्स 1-2 प्रतिशत की बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए।
बुधवार को पूरे दिन के कारोबार में लगभग 1941 शेयरों में तेजी आई, 1401 शेयरों में गिरावट आई और 119 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि एफआईआई की लगातार भागीदारी घरेलू बाजार में मौजूदा तेजी का कारण है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था द्वारा प्रदर्शित लचीलापन के कारण है। वस्तुओं और तेल की कीमतों में गिरावट ने भी विदेशी निवेशकों में विश्वास जगाया है। कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी के एमडी नीलेश शाह का कहना है कि 60,000 पर सेंसेक्स का होना सिर्फ एक संख्या भर है। एक निवेशक के तौर पर आपको इससे क्या फायदा हुआ, यह अधिक जरूरी है। बेहतर होगा कि इसको एक अवसर के रूप में उपयोग करें।
किन शेयरों को फायदा, किनको हुआ नुकसान
बजाज फिनसर्व, हीरो मोटोकॉर्प, एचडीएफसी लाइफ, बजाज फाइनेंस और भारती एयरटेल निफ्टी के प्रमुख लाभार्थियों में से थे। जबकि एमएंडएम, अपोलो हॉस्पिटल्स, टाटा मोटर्स, सिप्ला और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप लूजर्स में शामिल थे। सेंसेक्स पैक से बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एनटीपीसी, विप्रो और हिंदुस्तान यूनिलीवर लाभ में रहे। दूसरी ओर महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, अल्ट्राटेक सीमेंट और पावर ग्रिड पिछड़ रहे थे। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में 0.5 फीसद की बढ़ोतरी हुई।
29 पैसे मजबूत हुआ रुपया
रुपया 29 पैसे की बढ़त के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.45 पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजारों में भारी लिवाली और लगातार विदेशी पूंजी प्रवाह से रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूत रहा। इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और मुद्रास्फीति के दबाव में कमी ने भी रुपये को समर्थन दिया।