नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। 1 अप्रैल से नए वित्तीय वर्ष 2022-23 की शुरुआत होने वाले है। नए फाइनेंशियल ईयर में आपको फाइनेंशियल प्लानिंग में कोई भी मिस्टेक करने से बचना चाहिए। जानकारों के मुताबिक, इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत से ही शुरू कर देना चाहिए। अगर आप जितना इंतजार करेंगे उतना ही घाटे में रहेंगे। वहीं जल्दी शुरुआत के दो बड़े फायदे हो सकते है।

रिस्क लेना है जरूरी

इन्वेस्टमेंट की शुरुआत में ही लोग सुरक्षित इन्वेस्टमेंट की तलाश में रहते हैं। जैसे कि LIC, PPF, Post Office Scheme में पैसा लगाना ही सबसे बेहतर विकल्प रहता है। लोग रिस्क से बचने के लिए मार्केट लिंक्ड ऑप्शन में पैसा लगाने से बचते हैं। ELSS जैसे ऑप्शन लॉग टर्म में अधिक रिटर्न देते हैं, लेकिन कुछ निवेशक इससे दूरी बनाते हैं। इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत ELSS पर टैक्स छूट के अलावा महंगाई दर से ज्यादा रिटर्न देते हैं।

जल्द करें इन्वेस्टमेंट की शुरुआत

आपको बता दें कि, फाइनेंशियल ईयर के आखिर में टैक्स सेविंग सबसे बड़ी गलती हो सकते है। इसमें कम रिटर्न वाले निवेश ऑप्शन चुनने की भी गलती की संभावना रहती है। इसलिए जरूरी है कि नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत में ही अपनी टैक्स प्लानिंग करें, उसी हिसाब से जल्दी निवेश की शुरुआत करना सही फैसला हो सकता है।

टैक्स सेविंग्स के साथ रिटर्न भी

इसके अलावा टैक्स सेविंग्स के साथ रिटर्न कमाना भी बेहद जरूरी होता है। ऐसे ही इन्वेस्टमेंट टूल्स पर ध्यान रखना चाहिए, जिसमें निवेश पर बेहतर रिटर्न मिल रहा हो। साथ ही साल के आखिर में टैक्स सेविंग के लिए एकमुश्त पैसा तो जमा किया जा सकता है। लेकिन, उस इन्वेस्टमेंट पर मिलने वाला रिटर्न काफी कम हो सकता है। इसलिए टैक्स सेविंग के प्लानिंग वित्त वर्ष की शुरुआत में ही करें।

सिर्फ टैक्स बचाने के लिए इन्वेस्टमेंट न करें

जानकारों के मुताबिक, आमतौर पर लोग ELSS, PPF या NPS में टैक्स बचाने के लिए इन्वेस्टमेंट करते हैं। टैक्स का फायदा देखने के बजाए रिटर्न, लिक्विडिटी और रिस्क की तुलना जरूरी होता है। इससे आपको टारगेट की जानकारी रखें और उन्हें अचीव करने में मदद करता है। रिटायरमेंट प्लानिंग हो या फिर बच्चों के लिए प्लानिंग इन्वेस्टमेंट करने से पहले आपको ये समझने की जरूरत है कि इन्वेस्टमेंट का लक्ष्य टैक्स बचाना नहीं, लेकिन बेहतर रिटर्न कमाना जरूरी होना चाहिए।

लेखक- सुमित रजक

 

Edited By: Siddharth Priyadarshi