कल तक जहां पड़ा था सूखा, आज वहां चारो ओर है सिर्फ पानी
खे से जूझ रहे मराठवाड़ा और विदर्भ में पिछले दो दिनों से अच्छी बरसात हो रही है। नदियों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
पुणे। सूखे से जूझ रहे महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और विदर्भ में पिछले दो दिनों से अच्छी बरसात हो रही है। मराठवाड़ा के सबसे ज्यादा सूखा पीडित लातूर जिले में बुधवार रात 90 मिनटों में 94 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। लातूर जिले की नदियों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
लातूर जिले में पानी की समस्या गंभीर बनी हुई थी। इसलिए पिछले एक डेढ़ महीने से पश्चिमी महाराष्ट्र के मिरज से शहर के लिए वाटर ट्रेन चलाई जा रही थी। इस वाटर ट्रेन से लातूर वासियों के लिए अब तक 15 करोड़ 20 लाख लीटर पानी पहुंचाया गया है। मानसून के देरी से आने से यहां के लोगों की मुसीबत और बढ़ गई थी, लेकिन पहली बरसात से लातूर के कुछ गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। जिले के औसा उदगीर, अहमदपुर इलाके में जोरदार बरसात हुई। इससेे लोगों को सूखे से राहत मिली है।
संघ और आर्ट ऑफ लिविंग ने यहां मांजरा नदी के गहरीकरण के लिए काम शुरू किया था । देखते ही देखते सामाजिक संगठन, व्यवसायी और आम लोग जुड़ने लगे और 6 करोड़ रुपए इकट्ठा किए गए। यहां मांजरा नदी की 18 किमी तक सफाई और गहरीकरण किया गया। फिल्म स्टार रितेश देशमुख और राजनीतिक पार्टियों के नेता भी अभियान से जुड़े थे। नदियों की सफाई और गहरीकरण के बाद अच्छी बारिश का इंतजार था। इस बरसात से नदी की सफाई और गहरीकरण का फायदा पानी के भंडारण के लिए होने वाला है। पहली बरसात से लातूर की तावरजा नदी में 300 करोड़ लीटर पानी का भंडारण हो चुका है वहीं मांजरा नदी में अच्छा-खासा पानी आ गया है।