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Dhananjay Munde: महाराष्ट्र में लोन न चुकाने पर एनसीपी नेता के फ्लैट को बैंक ने किया अटैच

Dhananjay Munde. महाराष्ट्र के पुणे में एनसीपी के नेता धनंजय मुंडे के एक फ्लैट को बैंक ने ऋण का भुगतान न करने पर अटैच कर दिया है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 28 Oct 2019 07:23 PM (IST)Updated: Mon, 28 Oct 2019 07:23 PM (IST)
Dhananjay Munde: महाराष्ट्र में लोन न चुकाने पर एनसीपी नेता के फ्लैट को बैंक ने किया अटैच
Dhananjay Munde: महाराष्ट्र में लोन न चुकाने पर एनसीपी नेता के फ्लैट को बैंक ने किया अटैच

पुणे, एएनआइ। महाराष्ट्र के पुणे में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता धनंजय मुंडे के एक फ्लैट को शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक ने 70 लाख रुपये के ऋण का भुगतान न करने के लिए अटैच कर लिया है। 

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धनंजय मुंडे के मुताबिक, मैंने चुनाव से पहले बैंक के अधिकारियों से कहा था कि मैं चुनाव में व्यस्त हूं और चुनाव के बाद मामला सुलझाऊंगा। मैं मंगलवार को पता करूंगा कि उन्होंने क्या कार्रवाई की है।

नतीजे के पांच दिन बाद भी पेच यथावत

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आ गए थे। पांच दिन बीत गए हैं, लेकिन महाराष्ट्र में सत्तारू़ढ़ भाजपा व शिवसेना के बीच साझेदारी के फॉर्मूले पर पेच फंसा हुआ है। शिवसेना मुख्यमंत्री पद समेत पूरी सरकार में बराबर की हिस्सेदारी चाहती है। उसने भाजपा से इस बारे में लिखित में आश्वासन मांगा है। दरअसल, शिवसेना मुख्यमंत्री पद भी ढाई साल के लिए मांग रही है, जबकि भाजपा आदित्य ठाकरे को उपमुख्यमंत्री बनाने को तैयार है।

महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर भाजपा--शिवसेना के बीच खींचतान जारी है। सोमवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना नेता दिवाकर रावते ने राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से अलग--अलग मुलाकात की। इसे लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि राजभवन ने बयान जारी कर मुलाकात को 'सौजन्य भेंट' बताया है।

दिवाली के दूसरे दिन सोमवार सुबह 11 बजे पहले फडणवीस राज्यपाल कोश्यारी से मिलने पहुंचे। कोश्यारी को पिछले माह ही महाराष्ट्र का 19 वां राज्यपाल बनाया गया है। फडणवीस से पहले शिवसेना नेता रावते भी राज्यपाल से मुलाकात के लिए पहुंचे थे।

50-50 फॉर्मूले पर लोस चुनाव के पहले सहमति होने का दावा

21 अक्टूबर को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा की ताकत कम हुई है, लेकिन शिवसेना की भी ताकत ब़़ढी नहीं है। राकांपा व कांग्रेस तीसरे व चौथे नंबर पर है। भाजपा की कमजोर स्थिति को देखते हुए शिवसेना ने दबाव ब़़ढा दिया है। भाजपा ने 2014 के मुकाबले 17 सीटें खोकर 105 सीटें तो शिवसेना ने 63 की बजाए 56 सीटें पाई हैं। जबकि राकांपा ने 54 व कांग्रेस ने 44 सीटें जीती हैं। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा को 50--50 फॉर्मूला याद दिलाकर उसकी परेशानी ब़़ढा दी है। ठाकरे का दावा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व फडणवीस ने महाराष्ट्र की सत्ता में 50-50 का फॉर्मूला मंजूर किया था।

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