'स्वच्छ गंगा अभियान' की तर्ज पर होगा मुला-मूठा नदियों की सफाई
गंगा नदी को साफ करने के लिए शुरू हुए मुहीम 'स्वच्छ गंगा अभियान' की तर्ज पर पुणे की मुला और मूठा नदियों की सफाई होगी। पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर के मुताबिक केंद्र सरकार ने जापान की 'जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी' (जायका) के साथ समझौता किया है।
पुणे। गंगा नदी को साफ करने के लिए शुरू हुए मुहीम 'स्वच्छ गंगा अभियान' की तर्ज पर पुणे की मुला और मूठा नदियों की सफाई होगी। पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर के मुताबिक केंद्र सरकार ने जापान की 'जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी' (जायका) के साथ समझौता किया है। अगर सब कुछ सही रहा तो मुला और मूठा नदियों को अगले छह सालों में पूरी तरह से क्लीन कर दिया जाएगा।
बुधवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर और जायका के अधिकारियों ने एक संधि पत्र पर हस्ताक्षर किया। जावडेकर ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से नदी के प्रदूषण को रोकने में मदद मिलेगी। आपको बता दे कि, नदीं की सफाई को लेकर पुणे के कई संगठनों ने आंदोलन किया था। मोदी सरकार ने भी इन नदियों की सफाई का आश्वासन दिया था।
क्या खास है इस प्रोजेक्ट में?
- जावडेकर ने बताया कि केंद्रीय प्रदूषण निगम ने देश की 302 प्रदूषित नदियों की सूची बनाई है, जिसमें पुणे की मूला और मूठा नदियां शामिल हैं।
- राज्य सरकार ने भी 'राष्ट्रीय नदी रक्षा' योजना के तहत इन नदियों की सफाई के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था।
- इस प्रोजेक्ट के लिए 990 करोड़ की राशि खर्च होगी।
- इसके लिए जायका से एक हजार करोड़ का कर्ज दिया जाएगा।
- इस प्रोजेक्ट के तहत 11 मल निस्तारण प्लांट लगेंगे।
- इसमें से केंद्र सरकार 85 प्रतिशत यानी 841.72 और महापालिका की द्वारा 15 प्रतिशत यानी 148.54 करोड़ का कर्ज देगी।