पुणे में 29 घंटे तक चली बप्पा की विदाई
सांस्कृतिक राजधानी पुणे में दूसरे दिन बप्पा के विदाई बड़े उत्साह के साथ की गई । लगातार 29 घंटे चली इस विसर्जन यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए थे। पुणे के रास्ता पेठ स्थित सम्राट गणेश मंड़ल के गणेशमूर्ति का दोपहर 3 बजे विसर्जन कर यह विसर्जन यात्रा खत्म हुई।
पुणे। सांस्कृतिक राजधानी पुणे में दूसरे दिन बप्पा के विदाई बड़े उत्साह के साथ की गई । लगातार 29 घंटे चली इस विसर्जन यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए थे। पुणे के रास्ता पेठ स्थित सम्राट गणेश मंड़ल के गणेशमूर्ति का दोपहर 3 बजे विसर्जन कर यह विसर्जन यात्रा खत्म हुई।
दगडूशेठ गणपति का पांच घंटे की शोभायात्रा के बाद आज सुबह 8 बजे विसर्जन किया गया। अब तक 3 हजार से अधिक मंडलों के गणेश मूर्तियों
का विसर्जन हो चुका है। इसके बाद तीनों प्रमुख गण पतियों का विसर्जन डेक्कन स्थित हौद में किया गया। विसर्जन मार्ग पर अनुचित घटना टालने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वहीं पुलिस ने सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया है। 10 हजार से अधिक पुलिस कर्मी ड्यूटी पर तैनात है।
प्रमुख गणपतियों का हुआ विसर्जन
गुरुवार सुबह पहले गणेश कसबा गणपति की विसर्जन यात्रा सुबह 10.30 बजे शुरु हुई। तिलक चौराहे पर महापौर प्रशांत जगताप, अभिभावक मंत्री गिरीश बापट पुलिस कमिश्नर रश्मि शुक्ला, महा पालिका कमिश्नर कुणाल कुमार के हाथों आरती उतारी गई। इस बार गणपति गणपति की मूर्ति का चांदी की पालकी से विसर्जन किया गया। वहीं दूसरे गणपति तांबडी जोगेश्वरी के गणेश मूर्ति की विसर्जन शोभायात्रा मंड़ई स्थित तिलक पुतले से शुरु हई। तीसरा प्रमुख गुरुजी तालीम गणपति की विसर्जन यात्रा सुबह 10 बजे से ही शुरु हई है। चौथा तुलशीबाग का गणपति की विसर्जन यात्रा 10.30 बजे शुरु हुई। वहीं पाँचवा केसरी गणपति की विसर्जन यात्रा मंडई स्थित तिलक पुतले से 10.30 बजे शुरु हुई है। पांचों गणपति की मूर्तियों का विसर्जन इस बार भी हौद में किया गया। पुणे के प्रसिद्ध दगडूशेठ गणपति विसर्जन शोभायात्रा रात 1 बजे निकली। शुक्रवार सुबह 8 बजे गणेश मूर्ति का विसर्जन डेक्कन स्थित मूठा नदी में बने हौद में किया गया। शहर के बाकी मंडलों के बप्पा का विसर्जन आज दोपहर तक जारी रहेगा। तब तक शहर के 17 रोड़ यातायात के लिए बंद रहेंगे।