महाराष्ट्र में 50 फीसद टिड्डी दलों का खात्मा, कृषि विभाग ने दी जानकारी
महाराष्ट्र के कृषि मंत्री दादा भूसे ने गुरुवार को कहा कि विभाग द्वारा राज्य में 50 फीसद टिड्डी दलों को मारा जा चुका है।
पुणे, एएनआइ। देश में कोरोना वायरस के अलावा टिड्डी दलों ने भी खूब आतंक मचाया हुआ है। इन्होंने सबसे ज्यादा हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश को प्रभावित किया है। सभी राज्य इनके प्रकोप से बचने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच महाराष्ट्र के कृषि विभाग ने राज्य में 50 फीसद टिड्डी दलों का खात्मा करने की जानकारी दी है। महाराष्ट्र के कृषि मंत्री दादा भूसे ने गुरुवार को कहा कि विभाग द्वारा राज्य में 50 फीसद टिड्डी दलों को मारा जा चुका है। कीटनाशकों के छिड़काव के लिए फायर ब्रिगेड वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में हम किसानों को केमिकल्स/कीटनाशक मुफ्त में उपलब्ध करवा रहे हैं। इसके बीच भंडारा के स्थानीय प्रशासन ने बताया कि टिड्डियों को मारने के लिए कीटनाशक इस्तेमाल किया जा रहा है और स्थानीय लोग ड्रम बजा रहे हैं ताकि शोर से इन्हें भगाया जा सके। वहीं इनके झुंड से निपटने के लिए केंद्र सरकार ब्रिटेन से 15 स्प्रेयर्स (छिड़कनेवाला यंत्र) मंगवा रही है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस बात की जानकारी दी है।
केंद्रीय मंत्री ने गुरुवार को टिड्डी दलों पर नियंत्रण को लेकर देश में चल रहे ऑपरेशंस को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की थी। मंत्रालय ने बताया टिड्डियों के हमलों से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले राज्यों से केंद्र लगातार संपर्क में है। इसके अलावा राज्यों को एक एडवाइजरी भी जारी की गई है। मंत्रालय ने कहा, "45 और स्प्रेयर्स इस महीने तक खरीद लिए जाएंगे। टिड्डियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए लंबे पेड़ों और दुर्गम स्थानों पर कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए ड्रोन का उपयोग किया जाएगा, जबकि हवाई स्प्रे के लिए हेलीकॉप्टरों को तैनात करने की योजना है।"
बता दें कि टिड्डियां मरुस्थल में पनपती हैं और एक मादा 108 तक अंडे दे सकती है। टि़ड्डी दल हवा की दिशा में उड़ते हैं और इनके छोटे-छोटे झुंडों में भी लाखों टिड्डियां होती हैं। वहीं बड़े दलों की बात करें तो उनमें इनकी संख्या अरबों में होती है।